लखनऊ में पेट्रोल पंपों पर चिप लगाकर बड़े पैमाने पर तेल चारी के मामले उजागर हो रहे हैं
लखनऊ:
उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के पेट्रोल पंप संचालकों द्वारा रिमोट और चिप के जरिए ईंधन चोरी के खुलासे के बाद रोजाना छापेमारी में बड़े पैमाने पर मशीनों में गड़बड़ी के मामले उजागर हो रहे हैं. बीती रात जब एसटीएफ की टीम एक पेट्रोल पंप छापा मारने पहुंची तो वहां से पूरा पेट्रोल पंप ही गायब मिला. पंप मालिकों ने छापे से बचने के लिए पेट्रोल पंप की सारी डिस्पेंसिंग मशीनों को उखड़वाकर पेट्रोल पंप के पीछे रखवा दिया और सड़क पर एक बोर्ड लगा दिया जिसमें लिखा था, 'Under renovation.'
लेकिन एसटीएफ ने जब उखाड़ी गई मशीनों को खोल कर विशेषज्ञों से जांच कराई तो पता चला की उनमें ईंधन चोरी के लिए लगी इलेक्ट्रॉनिक चिप निकाल ली गई थी, लेकिन विशेषज्ञों को चिप लगी होने के सबूत मिल गए. जांच से पता चला कि पेट्रोल पंप मालिको ने पंप के रिनोवेशन के लिए तेल कंपनी से मंजूरी नहीं ली गई थी. रिनोवेशन तो केवल छापे से बचने के लिए किया जा रहा था.
बता दें कि एसटीएफ ने लखनऊ में 27 अप्रैल को पेट्रोल पंप की डिस्पेंसिंग मशीनों में चिप लगाकर तेल चोरी करने का देश के सबसे बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया था. पकड़ गए शख्स ने कबूल किया था कि उसने तमाम पेट्रोल पंपों पर तेल चोरी की एक हज़ार चिप लगाई हैं. रिमोट दबाने पर पेट्रोल डिस्पेंसिंग मशीन पर मीटर तो उसी रफ्तार से चलता है, लेकिन नोजल से तेल कम निकलता है. पकड़े गए शख्स की पहचान पर एसटीएफ ने 7 पेट्रोल पंप सील कर तेलचोरी के आरोप में 23 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें 4 पेट्रोल पंप मालिक भी शामिल हैं.
एसटीएफ के मुताबिक, एक लीटर में 50 से 100 एमएल तक तेल चोरी किया जाता है. एसटीएफ का अंदाजा है कि एक चिप से पेट्रोल चोरी करने वाला पेट्रोल पंप एक महीने में 12 से 15 लाख रुपये का पेट्रोल चोरी कर लेता है. इसी तरह एक साल में 100 पेट्रोल पंप से करीब 150 करोड़ रुपये के तेल की चोरी तो केवल एक शख्स की चिप लगाने से होती है. उत्तर प्रदेश में 6000 पेट्रोल पंप हैं जिनमें करीब 60,000 नोजल हैं. पकड़े गए शख्स का दावा है कि लगभग 90 फीसदी पेट्रोल पंप घटतौली करते हैं.
एसटीएफ ने लखनऊ में जिन तीन पेट्रोल पंपों पर छापेमारी की उनमें तेल कम देने की बात पता चली है. सीतापुर रोड पर स्टैंडर्ड पेट्रोल पंप की तीन मशीनों में गड़बड़ी मिली है. पुराने लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में लखनऊ फिलिंग स्टेशन पर छापेमारी हुई तो वहां तीन मशीनों में रिमोट के जरिए तेल चोरी करने की बात सामने आई.
पेट्रोल पंप के प्रबंधक हरिकिशन वर्मा ने बताया कि वे सुबह आते ही रिमोट चालू कर देते हैं ताकि किसी को भी पूरा तेल ना मिल पाए. वर्मा ने बताया कि चिप लगाने वाले समय-समय पर मशीनों की जांच भी करते हैं, जैसे ही जो मशीन पूरा तेल देने लगती है तो फौरन ही उसकी शिकायत दर्ज कराकर या तो चिप या फिर उसका रिमोट बदल दिया जाता है. वर्मा ने यहां तक कहा कि वे बहुत इमानदार हैं. उनके यहां 24 नोजल हैं लेकिन सिर्फ तीन से ही पेट्रोल की चोरी कर रहे हैं. अब एसटीएफ ने इनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के बाद सभी को जेल भेजने की तैयारी कर ली है.
लेकिन एसटीएफ ने जब उखाड़ी गई मशीनों को खोल कर विशेषज्ञों से जांच कराई तो पता चला की उनमें ईंधन चोरी के लिए लगी इलेक्ट्रॉनिक चिप निकाल ली गई थी, लेकिन विशेषज्ञों को चिप लगी होने के सबूत मिल गए. जांच से पता चला कि पेट्रोल पंप मालिको ने पंप के रिनोवेशन के लिए तेल कंपनी से मंजूरी नहीं ली गई थी. रिनोवेशन तो केवल छापे से बचने के लिए किया जा रहा था.
बता दें कि एसटीएफ ने लखनऊ में 27 अप्रैल को पेट्रोल पंप की डिस्पेंसिंग मशीनों में चिप लगाकर तेल चोरी करने का देश के सबसे बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया था. पकड़ गए शख्स ने कबूल किया था कि उसने तमाम पेट्रोल पंपों पर तेल चोरी की एक हज़ार चिप लगाई हैं. रिमोट दबाने पर पेट्रोल डिस्पेंसिंग मशीन पर मीटर तो उसी रफ्तार से चलता है, लेकिन नोजल से तेल कम निकलता है. पकड़े गए शख्स की पहचान पर एसटीएफ ने 7 पेट्रोल पंप सील कर तेलचोरी के आरोप में 23 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें 4 पेट्रोल पंप मालिक भी शामिल हैं.
एसटीएफ के मुताबिक, एक लीटर में 50 से 100 एमएल तक तेल चोरी किया जाता है. एसटीएफ का अंदाजा है कि एक चिप से पेट्रोल चोरी करने वाला पेट्रोल पंप एक महीने में 12 से 15 लाख रुपये का पेट्रोल चोरी कर लेता है. इसी तरह एक साल में 100 पेट्रोल पंप से करीब 150 करोड़ रुपये के तेल की चोरी तो केवल एक शख्स की चिप लगाने से होती है. उत्तर प्रदेश में 6000 पेट्रोल पंप हैं जिनमें करीब 60,000 नोजल हैं. पकड़े गए शख्स का दावा है कि लगभग 90 फीसदी पेट्रोल पंप घटतौली करते हैं.
एसटीएफ ने लखनऊ में जिन तीन पेट्रोल पंपों पर छापेमारी की उनमें तेल कम देने की बात पता चली है. सीतापुर रोड पर स्टैंडर्ड पेट्रोल पंप की तीन मशीनों में गड़बड़ी मिली है. पुराने लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में लखनऊ फिलिंग स्टेशन पर छापेमारी हुई तो वहां तीन मशीनों में रिमोट के जरिए तेल चोरी करने की बात सामने आई.
पेट्रोल पंप के प्रबंधक हरिकिशन वर्मा ने बताया कि वे सुबह आते ही रिमोट चालू कर देते हैं ताकि किसी को भी पूरा तेल ना मिल पाए. वर्मा ने बताया कि चिप लगाने वाले समय-समय पर मशीनों की जांच भी करते हैं, जैसे ही जो मशीन पूरा तेल देने लगती है तो फौरन ही उसकी शिकायत दर्ज कराकर या तो चिप या फिर उसका रिमोट बदल दिया जाता है. वर्मा ने यहां तक कहा कि वे बहुत इमानदार हैं. उनके यहां 24 नोजल हैं लेकिन सिर्फ तीन से ही पेट्रोल की चोरी कर रहे हैं. अब एसटीएफ ने इनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के बाद सभी को जेल भेजने की तैयारी कर ली है.
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