दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दो दिवसीय गुजरात दौरे पर हैं. प्रदेश के हिम्मतनगर में सभा को संबोधित करते हुए मनीष सिसोदिया ने दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति चाहता है कि मेरे बच्चे अच्छे स्कूल में पढ़ें, उसे अच्छी शिक्षा मिले. दिल्ली में हमारी सरकार ने स्कूलों को इतना शानदार कर दिया है कि 4 लाख बच्चे प्राइवेट स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूल में आ गए हैं.
दिल्ली के शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले सरकारी स्कूलों के रिजल्ट 80 प्रतिशत आते थे और 40% पर पास होते थे. अब रिजल्ट 100% आता है और बच्चे 90% अंक लाते हैं. उन्होंने कहा कि गुजरात में भाजपा 27 साल से सरकार चला रही है, लेकिन यहां के स्कूल की हालत बंद पड़े गोदाम की तरह है. 5-5 क्लास के बच्चों को एक शिक्षक के भरोसे छोड़ा हुआ है.
सिसोदिया ने कहा कि आज मैं अरविंद केजरीवाल जी की तरफ से शिक्षा गारंटी देना चाहता हूं. यहां आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी तो प्राइवेट स्कूलों से बेहतर सरकारी स्कूलों का इंफ्रास्ट्रक्चर ना कर दूं तो बताइएगा. दिल्ली के स्कूलों को भी पहले टेंट का स्कूल कहते थे, आज स्विमिंग पुल वाला स्कूल कहते हैं.
उन्होंने कहा कि गुजरात के टीचर बहुत शानदार हैं, सरकार खराब है. टीचर्स की कितनी भी ट्रेनिंग कराने पड़े सब कराएंगे. जब मैं दिल्ली के टीचर्स को आईआईएम अहमदाबाद में ट्रेनिंग के लिए भेज सकता हूं, तो गुजरात के टीचर्स को क्यों नहीं भेजना चाहिए. बच्चे ट्रेनिंग करके बैठे हुए हैं, डिग्री लेकर बैठे हैं लेकिन टीईटी के एग्जाम नहीं होते तो हम कोई पद खाली नहीं छोड़ेंगे, समय-समय पर टीईटी के पेपर कराएंगे.
मनीष सिसोदिया ने कहा कि लड़ाई आसान नहीं है, अभी 2 दिन पहले मेरे घर में बिन बुलाए मेहमान आए थे. मैं डरता नहीं हूं मैं अरविंद केजरीवाल का सिपाही हूं. काम करने की राजनीति अरविंद केजरीवाल के साथ पसीना बहाकर सीखी है. जब सीबीआई मेरे घर पहुंची तो मुझे डर नहीं लगा, लेकिन दिल दुखा, अगर कोई आकर यह कहे कि हटो सामने से आपके कपड़ों की अलमारी, बीबी के कपड़ों की अलमारी खोलकर देखना चाहते हैं. लेकिन मन मजबूत है. केंद्र में बैठे निजाम को डर लगता है अरविंद केजरीवाल से, इसलिए चादर तकिया, कम्बल, रजाई देख रहे हो कि सोना तो नहीं छुपा रखा. मेरा भगवान जानता है कि हम ईमानदार लोग हैं.
डिप्टी सीएम ने कहा कि आज मेरे पास मैसेज आया कि आप अगर सीबीआई और ईडी से बचना चाहते हो, तो आम आदमी पार्टी तोड़ दो. हम आपको मुख्यमंत्री बना देंगे. मैंने उस मैसेज का जवाब दिया लानत है ऐसी सोच पर मैं केजरीवाल का सिपाही हूं मैं बिकने वाला नहीं हूं. मैं यहां मंत्री या मुख्यमंत्री बनने नहीं है और बच्चों की अच्छी शिक्षा हो, इसका सपना लेकर आया था और आज भी 7 साल बाद देश के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले यह सपना है.
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