देश के पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर केंद्र सरकार के रुख को लेकर कहा, "भारत ने शांति की अपील करते हुए अपने संप्रभु और आर्थिक हितों को पहले स्थान पर रखकर सही काम किया है." मनमोहन सिंह ने जी20 बैठक से पहले द इंडियन एक्सप्रेस के साथ एक इंटरव्यू के दौरान यह बात कही है, जिसके लिए वैश्विक नेता आज दिल्ली में जुट रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने घरेलू राजनीति के लिए विदेश नीति का उपयोग करने पर भी चेतावनी दी है.
मनमोहन सिंह को जी 20 डिनर में किया गया आमंत्रित
सूत्रों के मुताबिक, 2004 और 2014 के बीच कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए के दो कार्यकालों के दौरान प्रधान मंत्री रहे मनमोहन सिंह, शनिवार को जी 20 डिनर में आमंत्रित नेताओं में से एक हैं. भारत के जी 20 अध्यक्षता पर इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए, डॉ मनमोहन सिंह ने कहा उनके समय की तुलना में विदेश नीति घरेलू राजनीति से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गई थी. उन्होंने कहा कि पार्टी पॉलिटिक्स के लिए डिप्लोमेसी का इस्तेमाल करते समय संयम बरतना जरूरी है.
डॉ मनमोहन सिंह ने कहा, "मुझे बहुत खुशी है कि मेरे जीवनकाल के दौरान भारत को जी20 की अध्यक्षता करने का मौका मिला और मैं जी20 शिखर सम्मेलन (G20 summit 2023)के लिए वैश्विक नेताओं की मेजबानी करने वाले भारत का गवाह हूं."
विदेश नीति भारत के गवर्नेंस फ्रेमवर्क के लिए महत्वपूर्ण: मनमोहन सिंह
90 वर्षीय पूर्व पीएम ने कहा कि विदेश नीति (Foreign Policy) हमेशा से भारत के गवर्नेंस फ्रेमवर्क का एक महत्वपूर्ण तत्व रही है, लेकिन यह कहना उचित है कि यह आज घरेलू राजनीति के लिए पहले की तुलना में और भी ज्यादा उचित और महत्वपूर्ण हो गई है. जबकि घरेलू राजनीति में दुनिया में भारत की स्थिति एक मुद्दा होना चाहिए.
यूक्रेन-रूस युद्ध पर की सख्त कूटनीतिक स्थिति का समर्थन
उन्होंने कहा कि पार्टी या व्यक्तिगत राजनीति के लिए कूटनीति और विदेश नीति का उपयोग करने में संयम बरतना भी उतना ही महत्वपूर्ण है. मनमोहन सिंह ने यूक्रेन-रूस युद्ध (Ukraine-Russia war) पर सरकार की सख्त कूटनीतिक स्थिति से निपटने की बात पर कहा कि केंद्र ने सही काम किया है.
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