- विजय रूपाणी का अंतिम संस्कार राजकोट में आज किया जा रहा है.
- शहर में उनके निधन से शोक की लहर है, लोग श्रद्धांजलि देने जुटे हैं.
- गुजरात में राजकीय शोक घोषित, सभी इमारतों पर झंडे आधे झुके हैं.
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का आज राजकोट में अंतिम संस्कार हो रहा है. उनके निधन से पूरा शहर शोक में डूबा है. लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने और अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए सड़कों पर उमड़ पड़े हैं. इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की पत्नी और उनके बेटे के गले मिलने के पल ने सबको भावुक कर दिया.

विजय रूपाणी की पत्नी अंजलि रूपाणी अहमदाबाद में पुष्पांजलि अर्पित करने के दौरान बेटे से लिपटकर फूट-फूटकर रोने लगीं. पूरे गुजरात से लोग पूर्व सीएम को अपने तरीके से श्रद्धांजलि देकर भावपूर्ण विदाई दे रहे हैं.

अंतिम यात्रा के लिए तैयार किए गए वाहन को सजाने वाले हेमंत शुकानगढ़ और उनकी टीम ने बताया कि यह उनके लिए दुखद क्षण है, लेकिन वे विजय भाई को सम्मानजनक विदाई देना चाहते हैं.

हेमंत शुकानगढ़ के मुताबिक, शव वाहन को सजाने के लिए ऊटी, मध्य प्रदेश, पुणे और विदेशों से फूल मंगवाए गए हैं. करीब आधा टन फूलों का इस्तेमाल किया गया है, जिसमें कई तरह की फूलों की किस्में शामिल हैं. 15-20 लोग रविवार दोपहर से इस काम में जुटे हैं.

हेमंत ने कहा, "विजय भाई का निधन गुजरात और पूरे देश के लिए बड़ी क्षति है. हम उनके लिए दिल से श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं."
विजय रूपाणी की अंतिम यात्रा ग्रीन लाइन चौकड़ी से पार्वती चौक, अपोजिट ट्रस्ट, और महादेव मंदिर होते हुए रामनाथपुरा पहुंचेगी. यह यात्रा करीब 10 किलोमीटर की होगी और लगभग डेढ़ घंटे में पूरी होगी. रास्ते में लोग विजय रूपाणी को श्रद्धांजलि दे रहे हैं.

ये सिर्फ एक रूट नहीं, बल्कि विजय रूपाणी की जीवन यात्रा है. उन्होंने हर कदम पर समाज के लिए काम किया और अपनी छाप छोड़ी. विजय रूपाणी का जीवन समाज सेवा को समर्पित था.

विजय रूपाणी ने 50 साल तक देश, राज्य और शहर के लिए काम किया. उनकी सादगी और समर्पण नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा है. उनके ट्रस्ट के जरिए समाज सेवा उनकी जिंदगी का मकसद था. शहरवासी उन्हें एक सच्चे जनसेवक के रूप में याद कर रहे हैं. लोग कहते हैं कि विजय भाई का जाना निजी नुकसान जैसा है.

विजय रूपाणी की अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हो रहे हैं. गुजरात के इस सपूत ने अपने कामों से राजकोट को नई पहचान दी और उनकी यादें हमेशा लोगों के दिलों में रहेंगी.

विजय रूपाणी के अंतिम संस्कार को ध्यान में रखते हुए राजकोट शहर पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर रूट डायवर्जन और पार्किंग की व्यवस्था की है. सुरक्षा और प्रबंधन के लिए 1,500 से अधिक कर्मियों को तैनात किया गया है, ताकि कार्यक्रम शांति और सम्मानपूर्वक संपन्न हो सके.

गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री के निधन पर सोमवार को एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया गया है. सभी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके हुए हैं. इस दिन कोई आधिकारिक मनोरंजन कार्यक्रम नहीं होंगे.

अहमदाबाद विमान हादसे के बाद रविवार दोपहर को पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के डीएनए का मिलान किया गया था. विजय रुपाणी 12 जून को उसी एयर इंडिया फ्लाइट में थे, जो दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. इसमें चालक दल समेत 241 लोगों की जान चली गई थी. इनमें रूपाणी भी थे.
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