यह ना तो मछली बाजार है,और ना ही कोई सब्जी मंडी. ना ही यहां खड़े लोग कुछ लुटाने आए हैं. ये लोग बिहार के बेगूसराय जिले के सम्मानित शिक्षक हैं, जो बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा भेजे गए प्रश्न पत्र के बंडल खोज रहे हैं. बेगूसराय में 9वीं और 11वीं की वार्षिक परीक्षा के प्रश्न पत्र स्कूल मैदान में इस कदर फेंके गए हैं कि शिक्षकों को उसी में से अपने स्कूल के लिए प्रश्न पत्र को ढूंढना है.
यह ना तो मछली बाजार है, और ना ही कोई सब्जी मंडी. बिहार के बेगूसराय में नवमी और 11वीं की वार्षिक परीक्षा के प्रश्न पत्र स्कूल मैदान में फेंके गए हैं और शिक्षकों को उसी में से अपने स्कूल के लिए प्रश्न पत्र को ढूंढना है. pic.twitter.com/tldpA3puTz
— NDTV India (@ndtvindia) March 14, 2024
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा भेजे गए प्रश्न पत्र के बंडलों को मैदान और कमरे में जिस तरीके से फेंका गया है, इससे शिक्षकों में शिक्षा विभाग के प्रति काफी नाराजगी है. जिले में 9वीं कक्षा के बच्चों की परीक्षा के लिए बोर्ड ने 1860 बंडल प्रश्न पत्र भेजा है. वहीं 11वीं के बच्चों की परीक्षा के लिए 3311 बंडल प्रश्न पत्र भेजा है. प्रश्न पत्र खोजने वाले शिक्षकों ने कहा कि हम लोग कैसे अपने-अपने स्कूलों के प्रश्न पत्र के बंडल को खोजें? पहले एक से दो बंडल में एक स्कूल के सभी विषयों का प्रश्न पत्र रहता था. इसके कारण इस तरह की स्थिति होने के बावजूद लोग अपने-अपने प्रश्न पत्रों के बंडल खोज लेते थे, लेकिन इस बार विषय वार प्रश्न पत्रों का बंडल अलग-अलग कर दिया गया है.
शिक्षक नेता मुकेश कुमार मिश्र ने कहा कि इस बार 9वीं के जितने विषय हैं, उतने बंडल और 11वीं में जितने विषय हैं, उतने अलग-अलग प्रश्न पत्रों के बंडल भेजे गए हैं. एक अन्य परेशानी यह भी है कि जिले में 9वीं और 12वीं में जितने बच्चे नामांकित हैं, उससे लगभग आधी संख्या में ही कॉपी भेजी गई है. इसके कारण परीक्षा शुरू होने के बाद सभी बच्चों को परीक्षा की कॉपी कैसे मिलेगी, यह अपने आप में प्रश्न है.
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