
- द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर के शीतकालीन गद्दीस्थल ॐकारेश्वर मंदिर के कपाट 18 नवंबर को बंद होंगे.
- भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली धाम से 21 नवंबर को ॐकारेश्वर मंदिर में विराजमान होगी.
- तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट 6 नवंबर को बंद होंगे और उनकी चल विग्रह डोली 8 नवंबर को मक्कूमठ पहुंचेगी.
पंच केदारों में द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर व तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट बंद होने की तिथि घोषित कर दी गई है. द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर के शीतकालीन गद्दीस्थल ॐकारेश्वर मन्दिर के कपाट आगामी 18 नवंबर को बंद किए जाएंगे. भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली धाम से रवाना होकर विभिन्न यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए 21 नवंबर को शीतकालीन गद्दीस्थल ॐकारेश्वर मन्दिर में विराजमान होगी. वहीं दूसरी ओर तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ मे घोषित तिथि के अनुसार, भगवान तुंगनाथ के कपाट आगामी 6 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे. कपाट बंद होने के बाद भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली धाम से रवाना होकर विभिन्न हिल स्टेशनो पर भक्तों को आशीर्वाद देते हुए 8 नवंबर को शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ मे विराजमान होगी.
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने की तारीख की घोषणा कर दी गई है. शीतकाल के लिए 22 अक्टूबर को गंगोत्री धाम के कपाट बंद होंगे. अन्नकूट पर्व पर अभिजीत मुहूर्त में सुबह 11 बजकर 36 मिनट पर विधि-विधान के साथ गंगोत्री धाम के कपाट बंद होंगे. वहीं यमुनोत्री धाम के कपाट 23 अक्तूबर को बंद होंगे. भगवान श्री बदरी विशाल जी के कपाट 25 नवंबर 2:56 पर समस्त श्रद्धालुओं के लिए बंद किए जाएंगे.
शीतकालीन में मुखबा गांव में मां गंगा के दर्शन होंगे. इस साल चारधाम की यात्रा समेत हेमकुंड की यात्रा 30 अप्रैल से शुरू हुई थी. 30 अप्रैल को यमुनोत्री, गंगोत्री, 2 मई को केदारनाथ, 4 मई को बदरीनाथ और 25 मई को हेमकुंड की यात्रा शुरू हुई थी.
चार धाम यात्रा के लिए जरूरी सामान
आप चार धाम की यात्रा पर निकल रहे हैं तो सबसे पहले जरूरी दस्तावेज रख लीजिए- आई डी कार्ड (आधार कार्ड, वोटर आईडी या अन्य पहचान पत्र की फोटोकॉपी) चार धाम यात्रा पंजीकरण स्लिप, पासपोर्ट साइज फोटो. इसके अलावा आपने अगर यात्रा की बीमा कराई है तो उसके भी कागज साथ रखें. चार धाम यात्रा में ऊनी कपड़े जैसे स्वेटर, मोटी जैकेट, टोपी, दस्ताने, वॉर्मर, सूती कपड़े, आरामदायक ट्रैक पैंट, टी शर्ट, मोजे, एक्स्ट्रा अंडर गारमेंट, चप्पलें और ट्रैकिंग जूते जरूर अपने साथ पैक कर लीजिए.
पहाड़ों पर बारिश और बर्फबारी की संभावना बनी रहती है, इसलिए रेनकोट या विंडशीटर और छाता जरूर अपने साख रखें. साथ ही अपने साथ एक छड़ी भी रखें, क्योंकि रास्ते उबड़-खाबड़ होते हैं ऐसे में इससे आपको सहारा मिलेगा. एक टॉर्च भी साथ रखें अपने.
अपने साथ फर्स्ट एड बॉक्स भी रखें. इसमें जरूरी दवाईयां जैसे- सर्दी-जुकाम, बुखार, सिरदर्द, बदहजमी की रखें. इसके अलावा पेन किलर स्प्रे या बाम जरूर रखिए. साथ ही आप बैंडेज, कॉटन, एंटीसेप्टिक क्रीम, सनस्क्रीन लोशन और लिप बाम भी रखिए. टूथब्रश, टूथपेस्ट, साबुन, शैंपू, टिश्यू पेपर, वेट वाइप्स, तौलिया, कंघी, सैनिटाइजर, मास्क रखें. वहीं, महिलाएं सैनिटरी नैपकिन जरूर रखें.
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