विदेशी विनिमय प्रबंधन अधिनियम (फेमा) की एक एजेंसी ने एक “चीनी स्वामित्व वाली” गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) के 288 करोड़ रुपये जब्त करने की पुष्टि की है, जिसने मोबाइल ऐप के जरिये तत्काल कर्ज दिए और बाद में कर्जधारकों के निजी डेटा का दुरुपयोग कर उन्हें परेशान किया.
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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा कि सीमा शुल्क आयुक्त, चेन्नई की ओर से चार फरवरी को एक आदेश जारी किया गया, जिसमें इसकी पुष्टि की गई कि चीनी स्वामित्व वाली कंपनी पी सी फाइनेंशियल सर्विसेज एनबीएफसी के विरुद्ध की गई कार्रवाई में समूचा फंड जब्त कर लिया गया.
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केंद्रीय जांच एजेंसी ने फेमा के तहत पिछले साल जारी किये गए तीन जब्ती आदेशों द्वारा एनबीएफसी के बैंक खातों और भुगतान माध्यमों में जमा किये गए 288 करोड़ रुपये को जब्त किया.
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