Farmers Protest: पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से मंगलवार को किसान 'दिल्ली चलो' मार्च के लिए निकले. इस दौरान रास्ते में उन पर पुलिस ने शंभू बॉर्डर के पास आंसू गैस के गोले दागे. वहीं गाजीपुर बार्डर पर दर्जन भर से ज्यादा किसान नेताओं को हिरासत में भी लिया गया. इस दौरान दिल्ली के सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर भीषण जाम लगा. किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर उत्तर प्रदेश और दिल्ली के बीच यूपी गेट के पास एक दीवार बनाई गई है. इसके ऊपर बाड़बंदी की गई है. NH9 का दिल्ली जाने वाला रास्ता फिलहाल बंद है. किसानों के ‘दिल्ली चलो' मार्च को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने से रोकने के लिए दिल्ली की सीमाओं पर बहुस्तरीय अवरोधक, कंक्रीट के अवरोधक, लोहे की कीलों और कंटेनर की दीवारें लगाकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
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किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा, ''हम जो कह रहे हैं वह कोई नई मांग नहीं है. यह सरकार द्वारा हमारे प्रति एक प्रतिबद्धता थी. हमने बार-बार उन प्रतिबद्धताओं की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया था, लेकिन सरकार ने आज तक कोई गंभीरता नहीं दिखाई.''
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, "मोदी सरकार ने कृषि क्षेत्र के बढ़ावे के लिए और किसान के कल्याण के बहुत सारे कार्य किए हैं. जब किसानों ने मांग रखी तब हमने चर्चा के लिए एक दम से सहमति जताई. इस बार भी हमारे केंद्रीय मंत्री चंडीगढ़ गए और कई घंटे तक वार्ता भी की, जब किसान उठकर चल पड़े तब भी हमने कहा कि चर्चा को जारी रखिए. जब नए मुद्दे जुड़ते जाएंगे तो समय तो लगेगा. हमारा कहना है कि हम नए विषयों पर भी चर्चा करने के लिए तैयार हैं, लेकिन इस पर अन्य लोगों से भी बात करनी पड़ेगी, क्या ये गलत हैं? मैं प्रदर्शनकारियों से कहूंगा कि हिंसा ना करें, उग्र ना हों. मैं किसान नेताओं से अनुरोध करता हूं कि कृप्या करके बातचीत का दौर जारी रखें."
#WATCH टिकरी बॉर्डर: अपनी मांगों को लेकर किसानों के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर टिकरी बॉर्डर पर किसानों को रोकने के लिए बैरिकेडिंग की गई।
- ANI_HindiNews (@AHindinews) February 13, 2024
वीडियो ड्रोन से ली गई है। pic.twitter.com/8vqJgBjQOA
"किसानों से बातचीत बेनतीजा नहीं, सरकार पर विश्वास रखें": NDTV से बोले केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा
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हमारी MSP पर कानूनी गारंटी किसानों के जीवन में 3 बड़े बदलाव लाएगी।
- Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 13, 2024
- फसल के सही दाम मिलने से किसान कर्ज़ की मुसीबत से छुटकारा पा जाएगा।
- कोई भी किसान आत्महत्या को मजबूर नहीं होगा।
- खेती मुनाफे का व्यवसाय होगा और किसान समृद्ध बनेगा।
और समृद्ध किसान देश की तक़दीर बदल देगा।... pic.twitter.com/cKBa1pWKiL
#FarmersProtest2024 | किसान आंदोलन : शंभू बॉर्डर पर किसानों ने हटाए स्लैब pic.twitter.com/oU8bqoUKlY
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🔴 #BREAKING : "कानून-व्यवस्था बनाए रखी जाए, बल का इस्तेमाल आखिरी उपाय हो..." : किसान आंदोलन पर पंजाब एवं हरियाणा HC pic.twitter.com/MJFPFb0zpB
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पंजाब से दिल्ली की ओर कूच कर रहे किसानों को हरियाणा के जींद के पास आंसू गैस और पानी की बौछारों का सामना करना पड़ा. पुलिस ने किसानों को जींद जिले में खनौरी बॉर्डर से हरियाणा में प्रवेश करने से रोकने की कोशिश की.
किसानों को हरियाणा के अंबाला में शंभू बॉर्डर पर पुलिस कार्रवाई का सामना करना पड़ा. फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी वाला कानून बनाने सहित अपनी मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए किसान दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि दाता सिंहवाला-खनौरी बॉर्डर पर आंसू गैस के गोले दागे जाने से एक किसान घायल हो गया.
हरियाणा: कुरुक्षेत्र के SP सुरिंदर सिंह भोरिया ने कहा, "पर्याप्त मात्रा में फोर्स लगाई गई है. शाहाबाद का दौरा भी किया है, वहां भी स्थिति ठीक है. ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया है. हमारी आम लोगों से अपील है कि शांति बनाए रखें और पुलिस का साथ दें."
अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा पर फ्लाईओवर के सेफ्टी बैरियर को तोड़ा. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े.
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर बार्डर पर कुछ किसान पहुंचे हैं. उनका कहना है कि शाम तक पश्चिमी उप्र से सैकड़ों किसान गाजीपुर बार्डर पहुंचेंगे. यहां भी पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये हैं.
पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर पर हलचल तेज हो गई है. सरवन सिंह पंढेर ने बताया कि लगभग 10,000 किसान यहां शंभू बॉर्डर पर आ गए हैं. किसान दूसरे सुरक्षा घेरे की ओर बढ़ रहे हैं, जहां रैपिड एक्शन फोर्स मौजूद है. पहले सुरक्षा घेरे पर लगे सीमेंट बैरिकेड को किसानों ने हटा दिया है. किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोलों के बाद रबर बुलेट भी दागे.
#WATCH | Protesting farmers throw police barricade down from the flyover at Shambhu on the Punjab-Haryana border as they march towards Delhi to press for their demands. pic.twitter.com/oI0ouWwlCj
- ANI (@ANI) February 13, 2024
पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने बताया कि लगभग 10,000 किसान यहां शंभू बॉर्डर पर हैं. किसान यहां शांतिपूर्ण स्थिति बनाए हुए हैं और ड्रोन के जरिए हमारे खिलाफ आंसू गैस का इस्तेमाल किया जा रहा है. विरोध तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार हमारी मांगों से सहमत नहीं होती है."
#WATCH | Punjab Kisan Mazdoor Sangharsh Committee General Secretary Sarwan Singh Pandher says "...Around 10,000 people are here at the Shambhu border. The farmers are maintaining a peaceful situation here and tear gas is being used against us through drones. (Protest) will... pic.twitter.com/cMMR9tWEsr
- ANI (@ANI) February 13, 2024
किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का कहना है, "यह मोदी सरकार की विफलता है. उन्हें एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी की किसानों की मांग पूरी करनी चाहिए थी. दूसरी मांग स्वामीनाथन समिति के फॉर्मूले को लागू करना है. सरकार समय क्यों बर्बाद कर रही है? आप उन्हें ऐसे रोक रहे हैं जैसे किसी पड़ोसी देश की सेना आ रही हो. उनकी मांगों को देश के प्रधानमंत्री को तुरंत स्वीकार करना चाहिए. चुनाव आ रहे हैं, उन्हें मिलेगा फ़ायदा."
#WATCH | Hyderabad, Telangana | On farmers' 'Delhi Chalo' march, AIMIM chief Asaduddin Owaisi says, "It is Modi government's failure. They should have fulfilled farmers' demand for a legal guarantee for MSP...Another demand is implementation of the Swaminathan Committee... pic.twitter.com/Qes2tX06Tx
- ANI (@ANI) February 13, 2024
#WATCH | Protesting farmers forcibly remove the cement barricade as they try to cross over the Haryana-Punjab Shambhu border. pic.twitter.com/yR5rxQDrJW
- ANI (@ANI) February 13, 2024
कन्फेडरेशन ऑफ बहादुरगढ़ इंडस्ट्रीज-जिला झज्जर के सदस्यों ने किसानों से आग्रह किया कि व्यवसाय पर न्यूनतम प्रभाव सुनिश्चित करने के लिए वे औद्योगिक केंद्र बहादुरगढ़ में अपना विरोध प्रदर्शन न करें.
#WATCH | Members of Confederation of Bahadurgarh Industries-District Jhajjhar urge farmers not to hold their protest in industrial hub Bahadurgarh to ensure minimum impact on their business #Haryana pic.twitter.com/5IVw2fYEr1
- ANI (@ANI) February 13, 2024
रिची में तमिलनाडु के किसानों के एक समूह ने 'दिल्ली चलो' किसानों के विरोध का समर्थन किया. किसान नेता पी. अय्याकन्नु ने कहा, "संविधान के अनुसार, हम अपने अधिकारों के लिए देश के भीतर स्वतंत्र रूप से घूम सकते हैं, लेकिन पुलिस किसानों को दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दे रही है. अगर प्रधानमंत्री मोदी आगामी चुनावों में तमिलनाडु के किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ते हैं, तो किसान उस निर्वाचन क्षेत्र से उनके खिलाफ नामांकन दाखिल करेंगे."
#WATCH | A group of Tamil Nadu farmers in Trichy lend support to 'Delhi Chalo' farmers' protest
- ANI (@ANI) February 13, 2024
Farmer leader P Ayyakannu says, "As per the Constitution, we can move freely within the country for our rights but the police are not allowing farmers to protest in Delhi...If PM Modi... pic.twitter.com/AVUuYnoDYy
विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली चलो विरोध मार्च कर रहे किसानों के आंदोलन के दौरान अराजकता फैलने पर हरियाणा पुलिस ने शंभू सीमा पर प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया.
#WATCH विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली चलो विरोध मार्च कर रहे किसानों के आंदोलन के दौरान अराजकता फैलने पर हरियाणा पुलिस ने शंभू सीमा पर प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। pic.twitter.com/4uBFJoMSkN
- ANI_HindiNews (@AHindinews) February 13, 2024
Service Update
- Delhi Metro Rail Corporation (@OfficialDMRC) February 13, 2024
A few gates may be closed in following stations as per security instructions. However, stations are operational.
1. Central Secretariat
2. Rajiv Chowk
3. Udyog Bhawan
4. Patel Chowk
5. Mandi House
6. Barakhamba Road
7. Janpath
8. Khan Market
9. Lok Kalyan Marg
किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च पर किसान नेता नरेश टिकैत का कहना है, "पूरे देश में विरोध प्रदर्शन चल रहा है. सरकार को हमारे साथ बैठकर बातचीत करनी चाहिए और किसानों को सम्मान देना चाहिए. सरकार को इस मुद्दे पर सोचना चाहिए और इसका समाधान निकालने की कोशिश करनी चाहिए."
#WATCH | On farmers' 'Delhi Chalo' march, farmer leader Naresh Tikait says "Protests are underway in the entire country...The government should sit with us and hold discussions and give respect to the farmers. Government should think about this issue and try to solve this..." pic.twitter.com/2itfTQ6AlR
- ANI (@ANI) February 13, 2024
किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च पर किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है, "एमएसपी गारंटी कानून और स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट, बिजली संशोधन बिल और कर्ज माफी देशभर के किसानों के मुद्दे हैं. कई किसान यूनियन हैं और उनके अलग-अलग मुद्दे हैं. अगर सरकार दिल्ली की ओर मार्च कर रहे इन किसानों के लिए कोई समस्या पैदा करती है, तो हम उनसे दूर नहीं हैं. हम उनके समर्थन में हैं."
#WATCH | On farmers' 'Delhi chalo' protest, farmer leader Rakesh Tikait says, "MSP guarantee law and Swaminathan Committee report, Electricity amendment bill and debt waiver are the issues of the farmers across the country. There are several farmer unions and they have different... pic.twitter.com/UCcVGDsRPo
- ANI (@ANI) February 13, 2024
#WATCH | Amid multiple rounds of tear gas fired by police, protesting farmers disperse and enter farmland at Shambhu on the Punjab-Haryana border pic.twitter.com/fG7FFgNbKD
- ANI (@ANI) February 13, 2024
कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने किसानों के दिल्ली मार्च के बीच कहा कि दो बार किसानों से बातचीत की गई और बेनतीजा नहीं रही है. समाधान के लिए और चर्चा करने की जरूरत है. बातचीत से समाधान मुमकिन है. हम रास्ता निकालने को तैयार हैं. किसान ध्यान रखें कि कुछ तत्व इसका लाभ लेने की कोशिश न करें. बहुत सारी शक्तियां हैं उनके बीच जो किसानों को बदनाम करने की कोशिश कर रही हैं. ऐसे लोगों से बचें. किसान सरकार पर विश्वास रखें. सरकार किसानों के हितों के लिए प्रतिबद्ध है.
किसानों के प्रदर्शन के चलते दिल्ली का लाल किला पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. चारों तरफ बैरिकेटिंग और कंटेनर लगा दिए गए हैं. 2 वर्ष पहले 26 जनवरी के दिन यहां किसान प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ हुई थी और उत्पात मचाया गया था. पूर्व घटना के मद्दे नजर पुलिस ने लाल किले को सुरक्षित घेरे में ले लिया है.
किसानों के 'दिल्ली चलो मार्च' पर हरियाणा के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, "जहां तक किसानों की मांगों का सवाल है तो केंद्र सरकार को तुरंत किसानों से बातचीत करनी चाहिए और उनकी बात माननी चाहिए."
#WATCH किसानों के दिल्ली चलो मार्च पर हरियाणा के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, "जहां तक किसानों की मांगों का सवाल है तो केंद्र सरकार को तुरंत किसानों से बातचीत करनी चाहिए और उनकी बात माननी चाहिए।" pic.twitter.com/DSTSFnShjC
- ANI_HindiNews (@AHindinews) February 13, 2024
किसानों के दिल्ली कूच के बीच कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा, "सरकार को जो जानकारी मिल रही है, उसमें बहुत सारे ऐसे लोग जो इसमें कोशिश करेंगे कि इस तरह की स्थिति बने जिससे वातावरण प्रदूषित हो. मैं किसान भाइयों से कहूंगा कि इन चीजों से वे बचें. भारत सरकार किसानों के हितों को लेकर प्रतिबद्ध है. अधिकांश बातों पर हम बात करने के लिए तैयार हैं. उसके कई विकल्प वे भी दे सकते हैं, हम भी विकल्प दे सकते हैं, एक विकल्प पर आकर हम एक समाधान ढूंढ सकते हैं."
#WATCH दिल्ली: केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा, "सरकार को जो जानकारी मिल रही है उसमें बहुत सारे ऐसे लोग जो इसमें कोशिश करेंगे कि इस तरह की स्थिति बने जिससे वातावरण प्रदूषित हो। मैं किसान भाइयों से कहूंगा कि इन चीजों से वे बचें। भारत सरकार किसानों के हितों को लेकर प्रतिबद्ध... pic.twitter.com/d5Ndh4yPIK
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भोपाल में कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा, "किसान ही आर्थिक गतिविधि को पैदा करते हैं. किराने की दुकान तब चलती है, जब किसान की जेब में पैसा होता है. किसानों के साथ लगातार ये अन्याय होता रहा है. सबसे न्यूनतम मांग तो MSP की होनी चाहिए. कम से कम उन्हें सही भाव तो मिले. ये बहुत आवश्यक है.
#WATCH भोपाल: कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा, "...किसान ही आर्थिक गतिविधि को पैदा करते हैं। किराने की दुकान तब चलती है जब किसान की जेब में पैसा होता है... किसानों के साथ लगातार ये अन्याय होता रहा है। सबसे न्यूनतम मांग तो MSP की होनी चाहिए। कम से कम उन्हें सही भाव तो मिले। ये बहुत... pic.twitter.com/XYZdLKVVGR
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पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिन्दर सिंह राजा वारिंग ने कहा, "...1967 में MSP लाने वाली वो इंदिरा गांधी और कांग्रेस सरकार ही थी. किसानों का 72 हजार करोड़ रुपये का ऋण हमने माफ किया था, उस समय देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थे. हमने पंजाब के 5.5 लाख किसानों का ऋण माफ किया और बिना केंद्र सरकार की मदद के... पंजाब की सरकारों ने ये किया. हमने कभी किसी किसान के ऊपर मुकदमा नहीं किया."
#WATCH चंडीगढ़: पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिन्दर सिंह राजा वारिंग ने कहा, "...1967 में MSP लाने वाली वो इंदिरा गांधी और कांग्रेस सरकार ने दी... किसानों का 72 हजार करोड़ रुपये का ऋण हमने माफ किया था, उस समय देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थे... हमने पंजाब के 5.5 लाख किसानों का ऋण... https://t.co/RTN51FvVZm pic.twitter.com/UgADQ5VHv9
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#WATCH प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा पर आंसू गैस ड्रोन का इस्तेमाल किया। pic.twitter.com/QyL9Ph7LPq
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कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा, "बातचीत करके सरकार ने जो किसानों से समझौता किया था, उन बातों की मांगों को सरकार बातचीत के जरिए समाधान करने का काम करे. किसानों की MSP की मांग जायज मांग है, उनके साथ बैठकर शांति पूर्ण तरीके से समझौता किया जाए."
#WATCH बहादुरगढ़, झज्जर (हरियाणा): कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा, "बातचीत करके सरकार ने जो किसानों से समझौता किया था उन बातों की मांगो को सरकार बातचीत के जरिए समाधान करने का काम करे। किसानों की MSP की मांग जायज मांग है, उनके साथ बैठकर शांति पूर्ण तरीके से समझौता किया... pic.twitter.com/wOczlpP6Ke
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दिल्ली उत्तरी रेंज के अतिरिक्त सीपी राजीव रंजन सिंह ने बताया, "दिल्ली में जहां से भी प्रदर्शनकारियों के आने की संभावना है उन सभी सीमाओं पर दिल्ली पुलिस द्वारा काफी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. दिल्ली पुलिस की अपनी फोर्स के अलावा CAPF की भी काफी फोर्स को लगाया गया है. सिंघु बॉर्डर पर कई इंतजाम किए गए हैं ताकि प्रदर्शनकारी हमारे निर्देशों की अवमानना ना करें."
#WATCH दिल्ली उत्तरी रेंज के अतिरिक्त सीपी राजीव रंजन सिंह ने बताया, "दिल्ली में जहां से भी प्रदर्शनकारियों के आने की संभावना है उन सभी सीमाओं पर दिल्ली पुलिस द्वारा काफी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। दिल्ली पुलिस की अपनी फोर्स के अलावा CAPF की भी काफी फोर्स को लगाया गया है। सिंघु... pic.twitter.com/Z8rapqf3VZ
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प्रदर्शनकारी किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए सीमाओं पर किए गए उपायों के कारण मंगलवार सुबह दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वाहन चालकों को भारी जाम का सामना करना पड़ा. बॉर्डर पर यातायात धीमी गति से चला क्योंकि पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में किसानों के मार्च के मद्देनजर सिंघू, टिकरी और गाजीपुर सीमाओं पर कई स्तर पर बैरिकेड लगाए थे. कम से कम एक घंटे तक जाम में फंसी रहीं जूली लॉरेंस ने कहा, "मुझे आज होने वाले किसानों के मार्च के बारे में पता था और मैं गुरुग्राम के सेक्टर-29 स्थित अपने घर से एक घंटे पहले कार्यालय के लिए निकली थी. यातायात की स्थिति को देखकर ऐसा लगता है कि जल्दी निकलने के बावजूद, मैं मध्य दिल्ली में अपने कार्यालय में कुछ घंटे देरी से पहुंच सकूंगी."
किसान संगठन 'कीर्ति किसान यूनियन' ने मंगलवार को पंजाब-हरियाणा सीमाओं को सील करने के लिए केंद्र और हरियाणा सरकार पर हमला करते हुए दावा किया कि पंजाब के लोगों को लगता है कि वे दुश्मन देश के नागरिक हैं. संगठन ने एक बयान में कहा कि सीमाओं पर लोहे की कीलें और कंटीले तार लगा दिए गए हैं और कंक्रीट की दीवारें खड़ी की गई हैं. बयान में आरोप लगाया गया, "भाजपा सरकारें लोगों को डराने के लिए भय का माहौल बना रही हैं. भाजपा सरकार प्रदर्शनकारियों के साथ देश के दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है."
किसानों के दिल्ली की ओर कूच करने के मद्देनजर दिल्ली मेट्रो के आठ स्टेशन पर एक या उससे अधिक प्रवेश व निकासी गेट मंगलवार को सुबह बंद कर दिए गए. हालांकि, ये स्टेशन बंद नहीं हैं और यात्रियों को अन्य गेट के जरिए प्रवेश और निकासी की अनुमति दी गयी है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पुलिस प्राधिकारियों के निर्देश पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए गेट बंद कर दिए गए हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कई स्टेशन- राजीव चौक, मंडी हाउस, केंद्रीय सचिवालय, पटेल चौक, उद्योग भवन, जनपथ और बाराखंभा रोड पर कुछ गेट बंद कर दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि खान मार्केट मेट्रो स्टेशन पर भी मंगलवार को एक गेट बंद कर दिया गया है.
पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों की भीड़ बढ़ती जा रही है. ऐसे में दिल्ली-हरियाणा के सिंघू बॉर्डर को दोनों ओर से बंद कर दिया गया है.
पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे हैं. पुलिस ने आंसूू गैस के गोलों को दागने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया. प्रदर्शनकारी किसान शंभू बॉर्डर पर जुट रहे हैं. किसानों की भीड़ को हटाने के लिए पुलिस ने ये सख्ती की है.
#WATCH पंजाब-हरियाणा शंभू सीमा पर प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस को गोले छोड़े। pic.twitter.com/zmHpRAI8Kk
- ANI_HindiNews (@AHindinews) February 13, 2024
केंद्र और किसानों के बीच सहमति न बनने के बाद किसानों ने दिल्ली कूच शुरू कर दिया है.
कई किसान संगठनों के दिल्ली मार्च को लेकर कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा, "मैंने चंडीगढ़ दो बार जाकर किसान संगठनों के साथ बातचीत की, लेकिन कुछ चीजों में हमें परामर्श लेने की जरूरत पड़ेगी. इसके लिए हमें ये सुनिश्चित करना चाहिए कि इसका रास्ता क्या होगा. किसानों को समझने की जरूरत है कि भारत सरकार किसानों के हितों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है और उनके साथ-साथ जनसामान्य को कोई कठिनाई ना हो."
#WATCH | On farmers' march, Union Minister Arjun Munda says "We care about the interests of the farmers. It is not our concern if someone is doing politics over this issue. We have always been ready for talks and discussions and we are ready to do everything possible to find a... pic.twitter.com/8Dh2ajhDhk
- ANI (@ANI) February 13, 2024
#WATCH अंबाला, हरियाणा: विरोध मार्च निकाल रहे किसानों ने अंबाला हाईवे को पार किया।
- ANI_HindiNews (@AHindinews) February 13, 2024
किसान संगठनों द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर आज 'दिल्ली चलो' विरोध मार्च का आह्वान किया गया है। pic.twitter.com/Ql6lunNQgj
पंजाब-हरियाणा शंभू सीमा पर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी किसान दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं. किसान कई मांगों को लेकर दिल्ली कूच कर रहे हैं, इनमें बिजली अधिनियम 2020 को निरस्त करना, लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों के लिए मुआवजा और किसान आंदोलन में शामिल लोगों के खिलाफ मामलों को वापस लेना शामिल है.
पंजाब पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों को राजपुरा बाईपास पार कर हरियाणा के अंबाला से दिल्ली की ओर जाने की अनुमति दे दी. पंजाब पुलिस ने इस रास्ते पर क्रेन लगा रखी थी, लेकिन किसानों को रोका नहीं गया. बता दें कि पंजाब सरकार पहले ही कह चुकी है कि वह किसानों के खिलाफ नहीं है.
#WATCH | Punjab Police allows protesting farmers to cross Rajpura bypass to head towards Haryana's Ambala onward to Delhi for their protest to press for their demands pic.twitter.com/yCMvdNnD8t
- ANI (@ANI) February 13, 2024
अखिल भारतीय व्यापार संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष, सतीश बंसल ने किसान आंदोलन और दिल्ली की सीमाओं पर किलेबंदी का छोटे व्यापारियों पर पड़ने वाले असर को लेकर चिंता जताई.
झज्जर के डीएसपी शमशेर सिंह ने बताया कि किसानों को रोकने की तैयारी कर ली गई है. टिकरी बॉर्डर पर पुलिस ने तैयारी कर ली है. सीसीटीवी कैमरे और माइक लगा दिए गए हैं. पर्याप्त सुरक्षा है... स्थिति के अनुसार कार्रवाई तय की जाएगी."
फसलों के लिए MSP की गारंटी वाला कानून बनाने की मांग को लेकर दिल्ली में किसानों के विरोध मार्च के मद्देनजर ITO चौराहे पर दिल्ली पुलिस के जवान और बैरिकेड तैनात किए गए, CRPF की धारा 144 लागू की गई है.
#WATCH दिल्पली: फसलों के लिए MSP की गारंटी वाला कानून बनाने की मांग को लेकर दिल्ली में किसानों के विरोध मार्च के मद्देनजर ITO चौराहे पर दिल्ली पुलिस के जवान और बैरिकेड तैनात किए गए, CRPF की धारा 144 लागू की गई है। pic.twitter.com/1d6vTzJo2H
- ANI_HindiNews (@AHindinews) February 13, 2024
कँटीले तार, ड्रोन से आँसू गैस, कीले और बंदूक़ें... सबका है इंतज़ाम,
- Mallikarjun Kharge (@kharge) February 13, 2024
तानाशाही मोदी सरकार ने किसानों की आवाज़ पर जो लगानी है लगाम !
याद है ना "आंदोलनजीवी" व "परजीवी" कहकर किया था बदनाम, और 750 किसानों की ली थी जान ?
10 सालों में मोदी सरकार ने देश के अन्नदाताओं से किए गए अपने... pic.twitter.com/9iUAzFeXgg
कनफ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) का कहना है कि अपने मुद्दों के लिए आवाज़ उठाना सभी का लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन आवाज़ उठाने वालों का यह भी कर्तव्य है कि उनके आवाज़ उठाने के तरीक़े से किसी और के लोकतांत्रिक अधिकार का हनन न हो. जिस प्रकार किसान आंदोलन को लेकर जिस प्रकार के बयान आ रहे हैं, उससे दिल्ली के व्यापारी चिंतित है, किंतु सरकार पर भरोसा है कि वो इस आंदोलन के कारण दिल्ली के व्यापार को प्रभावित नहीं होने देगी. कैट ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना से आग्रह किया है कि दिल्ली में माल की आवा जाही निर्बाध रूप से चलती रहे, इसको सुनिश्चित किया जाये. इस कार्य में दिल्ली के व्यापारी सरकार का सहयोग करने के लिए तत्पर हैं.
किसान आंदोलन की वजह से आवाजाही में हो रही दिक्कत का मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है. मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने इसका संज्ञान लिया. मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि अगर किसी भी वकील को आवाजाही की वजह से दिक्कत हो रही है, तो हम उस हिसाब से समय में बदलाव करेंगे.
दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने केंद्र सरकार के बवाना स्टेडियम को अस्थाई जेल बनाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. दिल्ली सरकार के मुताबिक, किसानों की मांगे जायज हैं. शांतिपूर्ण प्रदर्शन संविधान में हर नागरिक का हक है. किसान इस देश के अन्नदाता हैं. अन्नदाता को जेल में डालना गलत. बवाना स्टेडियम को जेल बनाने की इजाजत नहीं दे सकते.
प्रदर्शनकारी किसानों ने दिल्ली के लिए कूच कर दिया है. इस दौरान एनडीटीवी से बात करते हुए एक किसान ने बताया कि वह इस बार प्रदर्शन बीच में छोड़कर नहीं लौटेंगे. उन्होंने कहा, "हम इस बार पूरा इंतजाम करके आए हैं. जब तक हमारी मांगें नहीं मान ली जाती, तब तक हम पीछे नहीं हटेंगे. हम छह महीने का राशन साथ लेकर आए हैं. इसके अलावा भी हम जरूरत का सभी सामान लेकर आए हैं.
मेरठ से दिल्ली के रास्ते NH9 पर आज गाजीपुर बार्डर पर लोहे की कीलें बिछाई जा रही हैं. यहां कई किमी लंबा जाम लग गया है. हालांकि, पश्चिमी उप्र के प्रमुख किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन महेंद्र सिंह टिकैत इस प्रदर्शन में शामिल नहीं हो रहे हैं. दिल्ली से मेरठ NH9 के ताजा हालात पता रहे हैं.
किसानों की योजना अंबाला-शंभू, खनौरी-जींद और डबवाली बॉर्डर से दिल्ली जाने की है. कई किसानों ने अपने ट्रैक्टर ट्रॉलियों के साथ सुबह करीब 10 बजे फतेहगढ़ साहिब से मार्च शुरू किया और शंभू सीमा के रास्ते दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं। एक अन्य समूह संगरूर के मेहल कलां से खनौरी सीमा के माध्यम से राष्ट्रीय राजधानी की ओर बढ़ रहा है.
किसान आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष आदिश अग्रवाल ने स्वत: संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने CJI डीवाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखा है. पत्र मे कहा गया है कि 2020-21 के दौरान किसानों के आंदोलन से लोगों को कितनी ही समस्याओं का सामना करना पड़ा था. इसकी वजह से कई लोगों की मौत भी हो गई थी. किसान आज फिर दिल्ली की तरफ बढ़ रहे हैं. इसके अलावा पत्र मे आंदोलन के चलते कोई वकील अदालत की कार्यवाही में भाग नहीं ले पाता, तो उसके खिलाफ कोई प्रतिकूल आदेश अदालत न जारी करने का भी अनुरोध किया है.
किसान आंदोलन के चलते दिल्ली पुलिस अलर्ट पर है. नेशनल हाईवे-48 पर लंबा जाम लग गया है. गुरुग्राम के राजीव चौक से एंबियंस मॉल दिल्ली बॉर्डर तक लंबा जाम लगा. यहां लगभग 11 किलोमीटर तक रेंग-रेंगकर वाहन चल रहे हैं. दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने बैरिकेटिंग लगाई हुई है. दिल्ली में एंट्री करने वाले वाहनों चेकिंग की जा रही है. वाहनों को चेकिंग के बाद ही दिल्ली में एंट्री दी जा रही है. हालांकि, गुरुग्राम में किसान आंदोलन का असर नहीं दिख रहा है. गुरुग्राम से पहले रेवाड़ी और नूह पुलिस ने भी नाकेबंदी कर रखी है. गुरुग्राम में किसानो की संख्या काफी कम है. इसलिए, गुरुग्राम में किसान आंदोलन का असर नहीं है.
किसान आंदोलन के चलते दिल्ली पुलिस अलर्ट पर है. नेशनल हाईवे-48 पर लंबा जाम लग गया है. गुरुग्राम के राजीव चौक से एंबियंस मॉल दिल्ली बॉर्डर तक लंबा जाम लगा. यहां लगभग 11 किलोमीटर तक रेंग-रेंगकर वाहन चल रहे हैं. दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने बैरिकेटिंग लगाई हुई है. दिल्ली में एंट्री करने वाले वाहनों चेकिंग की जा रही है. वाहनों को चेकिंग के बाद ही दिल्ली में एंट्री दी जा रही है. हालांकि, गुरुग्राम में किसान आंदोलन का असर नहीं दिख रहा है. गुरुग्राम से पहले रेवाड़ी और नूह पुलिस ने भी नाकेबंदी कर रखी है. गुरुग्राम में किसानो की संख्या काफी कम है. इसलिए, गुरुग्राम में किसान आंदोलन का असर नहीं है.
#WATCH | Farmers begin their 'Delhi Chalo' march from Fatehgarh Sahib in Punjab. pic.twitter.com/WE7mXiPu9J
- ANI (@ANI) February 13, 2024
केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन का गेट नंबर- 2 आज शाम तक बंद रहेगा. किसानों के 'दिल्ली चलो' विरोध के आह्वान के मद्देनजर दिल्ली में कई स्थानों पर सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है.
#WATCH | Delhi: Gate 2 of the Central Secretariat Metro Station will remain closed till evening. Security has been deployed at several places in Delhi, ahead of the farmers' call of 'Delhi Chalo' protest.
- ANI (@ANI) February 13, 2024
Section 144 has been imposed in the entire Delhi. pic.twitter.com/6Q4lYW29xj
#WATCH | Delhi: Security heightened at Jharoda border ahead of farmers' 'Delhi Chalo' march today. pic.twitter.com/Rrnit319y5
- ANI (@ANI) February 13, 2024
#WATCH | Heavy traffic snarl witnessed at Delhi-Noida Chilla border ahead of farmers' 'Delhi Chalo' march today. pic.twitter.com/PryL0CD0Dl
- ANI (@ANI) February 13, 2024
सिंघू बॉर्डर पर दोनों तरफ की सर्विस लेन बंद होने से लोगों को कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है. लोग सामान सर पर रखकर कई किलोमीटर पैदल चल रहे हैं. सड़क के किनारे एक पतला रास्ता खुला है, उसी से लोग निकल रहे हैं.
फतेहगढ़ साहिब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने बताया, "कांग्रेस पार्टी हमारा समर्थन नहीं करती है, हम कांग्रेस को भी उतना ही जिम्मेदार मानते हैं, जितना बीजेपी को. ये कानून कांग्रेस ही लेकर आई है. हम किसानों की आवाज उठाते हैं..."
#WATCH: Fatehgarh Sahib: Punjab Kisan Mazdoor Sangharsh Committee General Secretary Sarwan Singh Pandher says "...Congress party does not support us, we consider Congress equally responsible as much as the BJP. These laws were brought by Congress itself...We are not in favour of... pic.twitter.com/N0SBK4mXBI
- ANI (@ANI) February 13, 2024
दिल्ली कूच शुरू करने से पहले सरवन सिंह पंधेर ने कहा, "हम तो समाधान चाहते हैं, इसलिए वार्ता करने केंद्रीय मंत्रियों के पास पहुंचे थे. हम बातचीत का दरवाजा खुला रखेंगे. हरियाणा की सीमाओं को सील कर दिया है. ऐसा लग रहा है कि ये अंतरराष्ट्रीय सीमाएं हैं. किसानों के परिवारों में जाकर परेशान किया जा रहा है. हम देश का पेट भरते हैं, इन्होंने हमारे राह में कीलें बिछा दी हैं. केंद्र समिति बनाने की बात कर रही है, लेकिन ऐसा तो हर बार होता है. हम शांतिपूर्वक ढंग से मार्च करेंगे.
किसान नेताओं और केंद्र के बीच बातचीत के बेनतीजा रहने के बाद मंगलवार को किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने से रोकने के लिए दिल्ली की सीमाओं पर बहुस्तरीय अवरोधक, कंक्रीट के अवरोधक, लोहे की कीलों और कंटेनर की दीवारें लगाकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
#WATCH दिल्ली: आज किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च से पहले सिंघु बॉर्डर पर भारी सुरक्षा तैनात की गई। pic.twitter.com/geGLGDpPo5
- ANI_HindiNews (@AHindinews) February 13, 2024
किसान नेताओं और केंद्र के बीच बातचीत सोमवार को बेनतीजा रही. किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने सोमवार देर रात को बैठक खत्म होने के बाद पत्रकारों से कहा, "हमें नहीं लगता कि सरकार हमारी किसी भी मांग को लेकर गंभीर है। हमें नहीं लगता कि वे हमारी मांगें पूरी करना चाहते हैं... मंगलवार को सुबह 10 बजे हम दिल्ली की ओर मार्च करेंगे."
किसानों के पहले विरोध प्रदर्शन के दौरान मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से किसानों ने अगस्त 2020 से दिसंबर 2021 तक तीन सीमा बिंदुओं पर धरना दिया था. दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पिछले अनुभव से सीखते हुए इस बार कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को दिल्ली में प्रवेश करने और आगे बढ़ने से रोकने के लिए हरियाणा की सीमा से लगती ग्रामीण सड़कों को भी सील कर दिया है.
#WATCH | Delhi: Security heightened at Ghazipur border ahead of farmers' 'Delhi Chalo' march today; traffic snarl also witnessed. pic.twitter.com/sSfTN7Zsbp
- ANI (@ANI) February 13, 2024