नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल से किसानों के धरने को जबरन खत्म कराए जाने और नेताओं समेत किसानों को गिरफ्तार करने के विरोध में बुधवार को भारतीय किसान यूनियन ने एक बड़ी महापंचायत बुलाई है. यह महापंचायत ग्रेटर नोएडा के जीरो पॉइंट पर होगी, जिसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत आसपास के जिलों के हजारों किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ पहुंचेंगे. यह फैसला चौधरी नरेश टिकैत की अध्यक्षता में हुई पंचायत में लिया गया.
इधर, नोएडा/ग्रेटर नोएडा के आंदोलनरत किसानों की समस्याओं को लेकर CM योगी आदित्यनाथ ने बड़ा फैसला लिया है. किसानों की समस्या के समाधान के लिए 5 सदस्यीय समिति का गठन किया है. IAS अनिल कुमार सागर,प्रमुख सचिव अवस्थापना और औद्योगिक विकास की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है. समिति एक महीने में रिपोर्ट और सिफारिशें यूपी सरकार को देंगी. समिति में पीयूष वर्मा विशेष सचिव अवस्थापना और औद्योगिक विकास, संजय खत्री ACEO नोएडा, सौम्य श्रीवास्तव ACEO ग्रेटर नोएडा, कपिल सिंह ACEO YEIDA को शामिल किया गया है.
इस महापंचायत में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी जिला अध्यक्ष एवं भारतीय किसान यूनियन के राष्टीय प्रवक्ता मौजूद होंगे. सिसोली पंचायत से चौधरी नरेश टिकैत ने सभी को ट्रैक्टरों से नोएडा पहुंचने की अपील की है. महापंचायत में सहारनपुर, मेरठ, आगरा, अलीगढ़ और मुरादाबाद के किसान शामिल होंगे. यह महापंचायत जीरो पॉइंट पर सुबह 10 से दोपहर 12 बजे के बीच होगी.
नोएडा के जीरो पॉइंट पर महापंचायत
दरअसल, अपनी मांगों को लेकर 'दिल्ली कूच' करने के दौरान गिरफ्तार किए गए किसानों के समर्थन में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों ने मंगलवार देर शाम बैठक की. किसानों से वीडियो कॉल पर बात करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने घोषणा की कि बुधवार को नोएडा के जीरो पॉइंट पर महापंचायत होगी. इसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी किसान संगठनों के जिला अध्यक्ष मौजूद रहेंगे.
राकेश टिकैत ने यह घोषणा किसानों से बातचीत के दौरान वीडियो कॉल पर लाइव आकर की. मुजफ्फरनगर के सिसोली में चौधरी नरेश टिकैत ने पंचायत की है. इस दौरान नरेश टिकैत ने सभी किसानों से अपील की है कि वह बुधवार को जीरो पॉइंट पर होने वाली महापंचायत में ट्रैक्टर लेकर पहुंचे.
किसानों की प्रमुख मांगों में जमीन अधिग्रहण से प्रभावित किसानों को 10 फीसद विकसित भूखंड, नए भूमि अधिकरण कानून के तहत लाभ, रोजगार और पुर्नवास में लाभ और हाई पावर कमेटी की सिफारिश जैसी अन्य मांगें शामिल हैं.
संयुक्त किसान मोर्चा ने मंगलवार को नोएडा-दिल्ली राजमार्ग पर स्थित ‘दलित प्रेरणा स्थल' पर किसानों की गिरफ्तारी के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की निंदा की. एसकेएम ने एक बयान में कहा कि पुलिस ने सौ से अधिक महिलाओं सहित सैकड़ों किसानों को गिरफ्तार किया है और उन्हें प्रदर्शन स्थल से जबरन हटा दिया है.
नोएडा-दिल्ली सीमा पर किसानों का जोरदार प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से किसान सोमवार को सरकार द्वारा अधिग्रहित अपनी जमीनों के उचित मुआवजे की मांग को लेकर दिल्ली कूच के लिए नोएडा-दिल्ली सीमा पर पहुंचे और ‘‘बोल किसान हल्ला बोल'' जैसे नारे लगाकर प्रदर्शन किया. संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र के साथ ही राष्ट्रीय राजधानी की ओर किसानों के इस विरोध मार्च को देखते हुए पुलिस ने कई अवरोधक लगाए हैं.
क्या है किसानों की मांग
किसानों की 10 प्रमुख मांगों में जमीन अधिग्रहण से प्रभावित सभी किसानों को 10 फीसदी विकसित भूखंड, नए भूमि अधिकरण कानून के तहत लाभ मिलना, रोजगार और पुर्नवास में लाभ, हाई पावर कमेटी की सिफारिश जैसी और भी कई मांगे शामिल है.
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