इंदौर:
फांसी लगाकर जान देने वाले 20 वर्षीय युवक के माता-पिता पर दु:ख का दोहरा पहाड़ टूट पड़ा, जब उनकी संतान की लाश पुलिस के ढीले-ढाले रवैये के कारण करीब 12 घंटे तक फंदे पर लटकी रही। मामले की जांच में ड्यूटी में लापरवाही की पुष्टि होने के बाद एक पुलिस अफसर पर एक हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि शहर के परदेशीपुरा थाना क्षेत्र के फिरोज गांधी नगर में जितेंद्र कामले ने 19 फरवरी को फांसी लगाकर जान दे दी थी। उसके माता-पिता का कहना है कि उस दिन रात 11 बजे इस घटना की सूचना परदेशीपुरा पुलिस को दी गयी। लेकिन इसके बावजूद पुलिस मौके पर अगले दिन सुबह 09:30 बजे पहुंची और कानूनी औपचारिकताएं पूरी करके लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए रवाना किया। तब तक कामले की लाश फांसी के फंदे पर ही लटकी रही और उसके शोकसंतप्त माता-पिता विलाप करते रहे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डी. श्रीनिवास राव ने बताया, इस मामले की जांच में परदेशीपुरा थाना प्रभारी को ड्यूटी में लापरवाही का दोषी पाया गया है और उन पर एक हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है।