पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री ख़ुर्शीद महमूद कसूरी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
कुलभूषण जाधव की फांसी की सज़ा को सही ठहराते हुए पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री ख़ुर्शीद महमूद कसूरी ने तर्क दिया कि उसी सैन्य अदालत ने पाकिस्तान के कई नागरिकों को भी फांसी की सज़ा सुनाई है.' कसूरी भारत और पाकिस्तान के रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए हो रही एक कॉन्फ्रेंस में भाग लेने दिल्ली आए हैं. कसूरी ने कहा, 'दोनों के रिश्तों में बहुत कड़वाहट आ गई है और ये तभी ख़त्म हो सकती है जब दोनों देशों के बीच बातचीत दुबारा शुरू हो.' कसूरी ने यह भी कहा कि दोनो देशों को संबंध और बिगड़ने से पहले सुधार लेने चाहिए. उनके मुताबिक़ भारत से अच्छे संबंध रखना पाकिस्तान के ही हित में है. उन्होंने कहा, 'दोनों मुल्कों में हो रही बयानबाजी ठीक नहीं है. पहले मैं भी नहीं मानता था लेकिन अब मानता हूं कि ऐसे समय में बातचीत करने से ही कोई हल निकलेगा.
हालांकि उन्होंने भारत को ये भी चेताया कि वह पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग नहीं कर सकता और अगर भारत ये करने को सोच रहा है तो इस्लामाबाद से भी तीखी प्रतिक्रिया आएगी.' पाकिस्तान को अलग-थलग करने से कोई लाभ नहीं मिलेगा.' इस कॉनफ़्रेंस में कसूरी के अलावा पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित और भारत की ओर से कई सांसद शामिल थे. हालांकि सबने पाकिस्तान के सामने यही पक्ष रखा कि कुलभूषण के मामले में पाकिस्तान ग़लत है.
हालांकि उन्होंने भारत को ये भी चेताया कि वह पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग नहीं कर सकता और अगर भारत ये करने को सोच रहा है तो इस्लामाबाद से भी तीखी प्रतिक्रिया आएगी.' पाकिस्तान को अलग-थलग करने से कोई लाभ नहीं मिलेगा.' इस कॉनफ़्रेंस में कसूरी के अलावा पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित और भारत की ओर से कई सांसद शामिल थे. हालांकि सबने पाकिस्तान के सामने यही पक्ष रखा कि कुलभूषण के मामले में पाकिस्तान ग़लत है.
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