पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि छत्रपति शिवाजी और शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे से संबंधित आपत्तिजनक फेसबुक पोस्ट चार देशों में आईपी एड्रेस से अपलोड किए गए थे। इन पोस्टों को लेकर सोमवार को पुणे में एक आईटी इंजीनियर की जघन्य हत्या कर दी गई थी।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जांच अधिकारियों ने नीदरलैंड, सउदी अरब, फ्रांस और रोमानिया में चार विभिन्न कंप्यूटरों के इंटरनेट प्रोटोकाल (आईपी) एड्रेस का पता लगाया है।
नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर उन्होंने कहा, 'यह विश्वास करने के लिए हमारे पास वजहें हैं कि फेसबुक पर 31 मई और 1 जून को आपत्तिजक पोस्ट करने के लिए प्रॉक्सी सर्वरों का इस्तेमाल किया गया।'
उन्होंने कहा कि वास्तविक कंप्यूटर का पता लगाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं जिनसे पोस्ट अपलोड किए गए ताकि दोषियों को पकड़ा जा सके। उन्होंने कहा, 'हम इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (आईसीईआरटी) के साथ समन्वय कर रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि जल्दी ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।'
इन पोस्टों को लेकर पुणे में हिंसा की घटना में एक युवा आईटी पेशेवर मोहसिन शेख की हत्या कर दी गई थी। एक कम चर्चित कट्टरवादी हिन्दू संगठन के सदस्यों पर इस घटना को अंजाम देने का आरोप है।
हिन्दू राष्ट्र सेना के 17 कार्यकर्ताओं को 28 वर्षीय शेख की हत्या के मामले में अब तक गिरफ्तार किया गया है। इनमें दो नाबालिग भी हैं। इसके अलावा सोशल नेटवर्किंग साइट पर आपत्तिजनक तस्वीरें पोस्ट किए जाने के बाद दंगा और हिंसा के आरोप में करीब 180 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
मुंबई में 31 मई को अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी कानून की विभिन्न धाराओं के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
इस बीच पुणे के उपनगरीय क्षेत्र हडपसर में जहां शेख की हत्या हुई थी, आज तीसरे दिन भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी के बीच शांति बनी रही।
हिन्दू जनजागृति समिति सहित कुछ हिन्दू संगठनों ने विरोध करते हुए एचआरएस कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई को 'अनुचित' करार दिया और कहा कि हत्या के लिए जिम्मेदार असली दोषियों को पकड़ने में पुलिस की नाकामी को छिपाने के लिए ऐसा किया गया है।
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