बेंगलूर जाने वाले एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर के निचले हिस्से से एक बड़ा पैनल बीच हवा में गिर गया जिससे विमान में सवार 150 यात्री बाल बाल बचे। हालांकि विमान को सुरक्षित उतार लिया गया।
डीजीसीए शनिवार को हुए इस हादसे की जांच कर रहा है। विमान दिल्ली से बेंगलूर की उड़ान पर निकल चुका था कि बीच हवा में विमान के निचले हिस्से से एक आठ बाई चार फुट का पैनल गिर गया जिससे विमान के मालवाहक हिस्से में एक बड़ा सा छेद बन गया। सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी।
एयर इंडिया 803 विमान में घटना के समय चालक दल के सदस्यों समेत कुल 148 लोग सवार थे। यह विमान बेंगलूर हवाई अड्डे पर सुरक्षित उतर गया। सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि ग्राउंड स्टाफ के कर्मचारियों ने उस समय इस छेद को देखा जब वे वापसी यात्रा के लिए विमान का निरीक्षण करने आए थे।
एक अतिरिक्त पैनल को बेंगलूर भेजा गया और उसे बोइंग 787 में लगाया गया जिसे बाद में उड़ान भरने के लिए मंजूरी दे दी गयी। लेकिन इस समस्या के चलते वापसी उड़ान में करीब नौ घंटे की देरी हुई। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
इस घटना की पुष्टि करते हुए एयरलाइन अधिकारियों ने बताया कि पैनल गिर गया था, लेकिन उसकी जगह पर दूसरा लगा दिया गया और विमान को उड़ान भरने की अनुमति दे दी गई।
एयर इंडिया के एक अधिकारी ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया, ‘हां, उसमें बड़ा सा छेद हो गया था। सामान्य निरीक्षण के दौरान इस पर ध्यान गया। इंजीनियरों ने इसे तुरंत ठीक कर दिया।’
अधिकारी ने बताया, ‘यह कोई आपात स्थिति नहीं थी। कोई सुरक्षा समस्या नहीं है।’ गौरतलब है कि एयर इंडिया लंबी दूरी की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के अलावा दिल्ली से चेन्नई, बेंगलूर और कोलकाता जैसे घरेलू मार्गों पर भी ड्रीमलाइनर का संचालन करती है।
यह नए विमान के समक्ष पेश आ रही समस्याओं की कड़ी में नयी घटना है। इसमें सबसे पहली शुरूआत बैटरी में आग लगने की घटना के साथ हुई थी जिसके बाद दुनियाभर में ड्रीमलाइनर को चार महीने तक संचालित नहीं किया गया। जुलाई में फिर से हीथ्रो हवाई अड्डे पर एक खाली विमान में आग लग गई थी।
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