दिल्ली मेट्रो में खासतौर पर महिला यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष महिला कमांडो दस्ते को मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दिया गया है और उन्हें 'पेन या हेयरपिन' जैसी चीजों के जरिए शरारती तत्वों पर काबू पाने में सक्षम बनाया गया है।
केंद्रीय सुरक्षा बल सीआईएसएफ ने 25 युवा कमांडो को मार्शल आर्ट 'पेकीती त्रिशिया कली' (पीटीके) में प्रशिक्षित किया है जो दशकों पहले फिलीपीन में ईजाद किया गया था। इसके जरिए कई प्रतिद्वंद्वियों को एक ही समय में निपटाया जाता है।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह ने आज आईएसएफ जवानों के पहले बैच को 50 दिन का प्रशिक्षण पूरा होने पर बल में शामिल किया। यह पहला मौका है जब इस तरह का प्रशिक्षण देश में महिला सुरक्षाकर्मियों को दिया गया है।
30 साल से कम उम्र की विशेष रूप से चयनित इन महिला सुरक्षा कर्मियों के प्रशिक्षक ने बताया कि उन्हें कलम, हेयरपिन, टोपी, बेल्ट, जूते का फीता, चाभी और सैंडल का शरारती तत्वों के खिलाफ घातक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है।
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