शिक्षा मंत्रालय ने रविवार को विभिन्न क्षेत्र में नवाचार, अनुसंधान और ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रतिष्ठित संगठनों और संस्थानों के साथ 106 समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए, जिससे शिक्षा और उद्योग-अकादमिक संबंधों में सहयोग के एक नए युग की शुरुआत हुई. राष्ट्रीय शिक्षा नीति की तीसरी वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित अखिल भारतीय शिक्षा समागम-2023 के समापन दिवस पर ये हस्ताक्षर किए गये.
सहमतिपत्रों पर हस्ताक्षर के माध्यम से अनेक क्षेत्रों में नवाचार, अनुसंधान और ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए सार्वजनिक तथा निजी, दोनों तरह के संस्थाओं को साझेदारी को शामिल किया गया है.
कौशल विकास व शिक्षा पर विशेष ध्यान देने के लिए सीबीएसई (केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) ने विभिन्न संस्थानों तथा क्षेत्र आधारित कौशल प्रदाताओं के साथ 15 एमओयू पर हस्ताक्षर किए. शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘ये साझेदारियां कौशल मूल्यांकन और क्षमता निर्माण को भी बढ़ावा देंगी.''
इन एमओयू पर अटल इनोवेशन मिशन, आईबीएम, इंटेल, माइक्रोसॉफ्ट, अपैरल मेड-अप्स एंड होम फर्निशिंग सेक्टर स्किल काउंसिल, ऑटोमोटिव सेक्टर स्किल काउंसिल, स्पोर्ट्स, फिजिकल एजुकेशन, फिटनेस एंड लीजर स्किल्स काउंसिल, सेंट्रल स्क्वायर फाउंडेशन (सीएससी), एजुकेशनल इनिशिएटिव्स प्राइवेट लिमिटेड, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस इंडिया, लॉजिस्टिक्स सेक्टर स्किल काउंसिल, फर्नीचर और फिटिंग सेक्टर स्किल काउंसिल, लाइफ साइंसेज सेक्टर स्किल काउंसिल, टेक्सटाइल सेक्टर स्किल काउंसिल और हेल्थकेयर सेक्टर स्किल काउंसिल के साथ सहयोग करने के लक्ष्य के साथ हस्ताक्षर किए गए.
ये भी पढ़ें :
* "नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का फैसला युग बदलने जैसा है...", अखिल भारतीय शिक्षा समागम में बोले पीएम मोदी
* मणिपुर हिंसा पीड़ित छात्रों की सहायता के लिए तैयार है डीयू : कुलपति
* बायजू की शासन संरचना पर्याप्त विकसित नहीं हुई, हमारी सलाह की उपेक्षा की गई : प्रोसस
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं