Russia ukraine conflict: रूस के यूक्रेन पर हमले का असर भारतीय इकोनॉमी पर भी पड़ने की आशंका है. हमला यदि लंबा खिंचा तो भारत की GDP प्रभावित हो सकती है क्योंकि ऐसी स्थिति में कच्चे तेल की कीमतें ऊंचाई छू सकती हैं और इससे भारत के आयात खर्च में इजाफा हो सकता है. तेल अर्थशास्त्री किरीट पारेख ने NDTV से बातचीत में कहा, 'यूक्रेन पर रूसी हमले से पहले ही कच्चे तेल की कीमतें $100 तक पहुंच चुकी थीं. इस हमले की वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों पर दबाव बढ़ता जा रहा है और यह लंबे समय तक काफी ऊंचे स्तर पर बनी रह सकती हैं. इससे भारत का क्रूड ऑयल के इंपोर्ट पर खर्च बढ़ेगा.'
पारेख के अनुसार, 'इस संकट की वजह से भारत की जीडीपी की रफ्तार पर भी असर पड़ सकता है. तेल महंगा होने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में दूसरी कमोडिटीज की कीमत भी बढ़ सकती है जिनके आयात पर भारत निर्भर है.अंतर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में इस संकट की वजह से डिमांड घट सकता है जिसका असर भारत के एक्सपोर्ट पर भी पड़ने की आशंका है.'
यूक्रेन संकट के भारतीय इकोनॉमी पर प्रभाव के बारे में विचार व्यक्त करते हुए इंडिया रेटिंग्स और रिसर्च डायरेक्टर व मुख्य अर्थशास्त्री सुनील सिन्हा ने NDTV से कहा, 'रूस के यूक्रेन पर हमले की वजह से ग्लोबल ट्रेड में अनिश्चितता बढ़ी है और इसका असर ऑयल और दूसरी कमोडिटी की कीमतों पर पड़ रहा है.इन सब का भारतीय अर्थव्यवस्था पर सीधा असर पड़ने की आशंका है. रूस से हम तेल का आयात करते हैं जबकि यूक्रेन से हम सनफ्लावर ऑयल का आयात करते हैं. ग्लोबल कमोडिटी मार्केट में भी कीमतें बढ़ती जा रही हैं. भारत का इंपोर्ट बिल बढ़ने से महंगाई भी बढ़ सकती है.'
- ये भी पढ़ें -
* विवादों में फंसे BharatPe के फाउंडर अशनीर ग्रोवर ने दिया इस्तीफा
* यूक्रेन में फंसे भारतीयों को तेजी से निकालने में अब वायुसेना भी जुटेगी, पीएम मोदी ने दिए निर्देश
* शार्प शूटरों और दिल्ली पुलिस के बीच जबर्दस्त मुठभेड़, गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंजा बाहरी उत्तरी जिला
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं