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This Article is From Nov 29, 2016

NH 24 पर बेटी को खोने के बाद ट्रैफिक संभालने वाली डॉरिस कैंसर के आगे हुईं मजबूर

NH 24 पर बेटी को खोने के बाद ट्रैफिक संभालने वाली डॉरिस कैंसर के आगे हुईं मजबूर
डॉरिस फ्रांसिस कैंसर से पीड़ित हैं...
नई दिल्ली: 57 साल की डॉरिस फ्रांसिस कैंसर से पीड़ित हैं और एम्स में भर्ती हैं. आज वह खुद को मजबूर महसूस कर रही हैं. इससे पूर्व सड़क दुर्घटना में बेटी को खो देने के बावजूद वह हारी नहीं थीं, बल्कि दूसरों के साथ ऐसा न हो इसके लिए खुद NH 24 पर ट्रैफिक कंट्रोल करती थीं.

अब उन्हें जैसे कैंसर ने मजबूर बना दिया है. घर की आर्थिक स्थिति खराब है और कैंसर का महंगा इलाज करवाने में दिक्कत आ रही है.

वर्ष 2009 में NH 24 पर डॉरिस की बेटी को तेज रफ्तार से आती एक कार ने टक्कर मार दी थी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. डॉरिस को लगा कि ट्रैफिक नियमों का अगर सही पालन हो तो सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है. उसके बाद वह खुद घर के पास एनएच 24 पर ट्रैफिक का संचालन करने लगीं.

डॉरिस को उनके साहसिक काम के लिए बहुत से पुरस्कारों से नवाज़ा गया पर उनके बुरे वक़्त में कोई मदद को आगे नहीं आ रहा. बेटा ऑटो चलता है तो बड़ी मुश्किल से घर चलता है. डॉरिस ने 7 साल सड़क पर दूसरों के लिए खड़े होकर प्रदूषण की मार झेली. डॉक्टरों की मानें तो उनके कैंसर की वजह प्रदूषण नहीं है पर उसको बढ़ाने में एक कारक ज़रूर है. नौबत घर बेचने तक आ गई है. बेटे ने मां के इलाज के लिए अपनी नई मोटरसाइकिल 20000 में बेच दी है, लेकिन रोज़ गुजरने वाले लोग डॉरिस की जगह खड़े ट्रैफिक पुलिस वाले से ज़रूर पूछते हैं, अरे वह मैडम कहां गईं?

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