नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के धार के कारम डैम में रिसाव के बीच सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 18 आदिवासी गांवों मे रहने वाले लोगों से खास अपील की है. उन्होंने कहा कि अभी हालात गंभीर बने हुए हैं ऐसे में मैं आप सभी से अपील करता हूं कि अभी अपने गांव ना लौटें. बांध में रिसाव को कम करने के लिए हमारी कई टीमें काम कर रही हैं. अगले कुछ दिन काफी सतर्क रहने की जरूरत है. ऐसे में मेरी आपसे हाथ जोड़कर विनती है कि आप अपने जीवन को जोखिम में ना डालें और प्रशासन का सहयोग करते हुए फिलहाल सरकार द्वारा बताए गए सुरक्षित कैंपों में ही रहें. उन्होंने कहा कि फिलहाल बांध से पानी को निकाला जा रहा है ताकि मरम्मत का काम शुरू किया जा सके. अभी तक हमारी टीम ने बांध में से 35 फीसदी पानी को निकाला है, हालात अभी काबू में तो हैं लेकिन पानी का बहाव ज्यादा होने के कारण संकट अभी भी बना हुआ है.
बता दें कि प्रशासन ने डैम में रिसाव को देखते हुए 18 आदिवासी गांवों से लोगों को सुरक्षित जगह पर शिफ्ट कराया था. ये सभी गांव धार और खारगांव जिले के हैं. इन ग्रामीणों को जिन सुरक्षित स्थान पर रखा गया था वो डैम साइट से 35 किलोमीटर दूर है. लेकिन प्रशासन के निर्देश की अवहेलना करते हुए ये सभी ग्रामीण डैम में जारी रिसाव के बीच अपने गांव लौट रहे हैं.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से इन कैंपों में ही रहने की अपील की है. इन सब के बीच पैरेलल चैनल से निर्माणाधीन डैम से पानी निकलना प्रारंभ हो गया है. प्रशासन मौके पर मौजूद है और अलर्ट मोड पर है. पानी निकाले जाने के बाद ही डैम की मरम्मत का काम किया जा सकेगा. सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया है कि बड़े पत्थरों की वजह से काम को पूरा करने में देरी हो रही है.
15 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमसीएम) पानी के बढ़ते दबाव में बांध को टूटने से बचाने के लिए इंजीनियरिंग और जल विज्ञान विशेषज्ञों को तैनात किया गया है. सूत्रों ने कहा कि इसमें से एक तिहाई को तत्काल जारी किया जाना है. इस डैम की जिसकी चौड़ाई 590 मीटर और ऊंचाई 52 मीटर है, को बीते चार साल में तैयार किया गया है. इसे बनाने में कुल 304 करोड़ रुपये का खर्च आया है.