बेंगलुरू:
कर्नाटक में वेतन संशोधन सहित अन्य मांगों को लेकर चार हजार से अधिक चिकित्सकों की ओर से त्यागपत्र देने के चलते राज्य के सरकारी अस्पतालों में कामकाज प्रभावित हुआ।
कर्नाटक स्टेट मेडिकल आफिसर्स एसोसिएशन के सचिव श्रीनिवास ने कहा, ‘राज्य के विभिन्न हिस्सों में करीब साढ़े चार हजार चिकित्सकों ने विभिन्न जिला स्वास्थ अधिकारियों के पास अपने त्यागपत्र जमा करा दिए।
चिकित्सकों की मांग है कि चिकित्सा शिक्षा विभाग को सौंपे गए जिला चिकित्सालयों को फिर से जिलों को सौंप दिया जाए।’ उन्होंने बताया कि चिकित्सकों की अन्य मांगों में प्रोत्साहन को मूल वेतन में जोड़ा जाए तथा उनका वेतनमान चिकित्सा शिक्षा विभाग के चिकित्सकों के अनुरूप किया जाए।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री अरविंद लिमाबली ने एसोसिएशन के सदस्यों को भरोसा दिलाया है कि उनकी मांगों को मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार के साथ उनके प्रतिनिधियों की आगामी नौ अगस्त को होने वाली बैठक के दौरान रखा जाएगा।
कर्नाटक स्टेट मेडिकल आफिसर्स एसोसिएशन के सचिव श्रीनिवास ने कहा, ‘राज्य के विभिन्न हिस्सों में करीब साढ़े चार हजार चिकित्सकों ने विभिन्न जिला स्वास्थ अधिकारियों के पास अपने त्यागपत्र जमा करा दिए।
चिकित्सकों की मांग है कि चिकित्सा शिक्षा विभाग को सौंपे गए जिला चिकित्सालयों को फिर से जिलों को सौंप दिया जाए।’ उन्होंने बताया कि चिकित्सकों की अन्य मांगों में प्रोत्साहन को मूल वेतन में जोड़ा जाए तथा उनका वेतनमान चिकित्सा शिक्षा विभाग के चिकित्सकों के अनुरूप किया जाए।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री अरविंद लिमाबली ने एसोसिएशन के सदस्यों को भरोसा दिलाया है कि उनकी मांगों को मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार के साथ उनके प्रतिनिधियों की आगामी नौ अगस्त को होने वाली बैठक के दौरान रखा जाएगा।