
चेन्नई:
द्रमुक द्वारा संप्रग सरकार से समर्थन वापस लिए जाने के दो दिन बाद सीबीआई ने आज पार्टी प्रमुख एम करुणानिधि के पुत्र एमके स्टालिन के आवास समेत 19 स्थानों पर छापेमारी की। इस पर करुणानिधि ने कहा है कि उनकी पार्टी को अक्सर झूठे आरोपों में फंसाया जाता रहा है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यह कदम राजनीति से प्रेरित हो भी सकता है और नहीं भी।
कई केन्द्रीय मंत्रियों ने स्पष्ट किया है कि वे सीबीआई की छापेमारी को सख्ती से खारिज करते हैं।
गौरतलब है कि डीएमके नेता करुणानिधि के बेटे स्टालिन के घर सीबीआई छापे पर सरकार घिरती नजर आ रही है और सरकार के मंत्री सफाई देते नजर आ रहे हैं। डीएमके नेता समेत पूरे विपक्ष ने छापे की टाइमिंग पर सवाल उठाए हैं। खुद सरकार के मंत्री कमलनाथ और चिदंबरम ने भी छापे की निंदा की है। चिदंबरम ने कहा कि मुझे अभी−अभी सीबीआई के छापों की जानकारी मिली है। मैं इन छापों से जुड़े और तथ्यों का पता लगाने की कोशिश कर रहा हूं। आमतौर पर मैं किसी दूसरे विभाग की कार्रवाई पर टिप्पणी नहीं करता हूं, लेकिन इस मामले में सीबीआई की कार्रवाई को मैं सिरे से खारिज करता हूं।
कमलनाथ ने कहा है कि यह छापेमारी कोई दबाव का प्रश्न नहीं है। मैं इसकी निंदा करता हूं। मैं सोचता हूं कि यह मजाक है, जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है।
इस पर स्टालिन ने कहा कि सीबीआई की कार्रवाई राजनीतिक प्रतिशोध है। हम मामले का कानूनी ढंग से सामना करेंगे। सीबीआई छापे की वजहों की मुझे जानकारी नहीं है।
गौरतलब है कि यह छापा ऐसे वक्त में पड़ा है जब सरकार से समर्थन लिए डीएमके के दो दिन ही बीते हैं। सीबीआई स्टालिन के सेक्रेटरी राजा शंकर के घर पर भी छापेमारी की है।
डीएमके नेता टी आर बालू ने कहा है कि स्टालिन पर छापा बदले की कार्रवाई है। हम इस मामले को संसद में उठाएंगे।
उधर, बीजेपी और एसपी ने भी छापे के समय पर सवाल उठाए हैं।
कई केन्द्रीय मंत्रियों ने स्पष्ट किया है कि वे सीबीआई की छापेमारी को सख्ती से खारिज करते हैं।
गौरतलब है कि डीएमके नेता करुणानिधि के बेटे स्टालिन के घर सीबीआई छापे पर सरकार घिरती नजर आ रही है और सरकार के मंत्री सफाई देते नजर आ रहे हैं। डीएमके नेता समेत पूरे विपक्ष ने छापे की टाइमिंग पर सवाल उठाए हैं। खुद सरकार के मंत्री कमलनाथ और चिदंबरम ने भी छापे की निंदा की है। चिदंबरम ने कहा कि मुझे अभी−अभी सीबीआई के छापों की जानकारी मिली है। मैं इन छापों से जुड़े और तथ्यों का पता लगाने की कोशिश कर रहा हूं। आमतौर पर मैं किसी दूसरे विभाग की कार्रवाई पर टिप्पणी नहीं करता हूं, लेकिन इस मामले में सीबीआई की कार्रवाई को मैं सिरे से खारिज करता हूं।
कमलनाथ ने कहा है कि यह छापेमारी कोई दबाव का प्रश्न नहीं है। मैं इसकी निंदा करता हूं। मैं सोचता हूं कि यह मजाक है, जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है।
इस पर स्टालिन ने कहा कि सीबीआई की कार्रवाई राजनीतिक प्रतिशोध है। हम मामले का कानूनी ढंग से सामना करेंगे। सीबीआई छापे की वजहों की मुझे जानकारी नहीं है।
गौरतलब है कि यह छापा ऐसे वक्त में पड़ा है जब सरकार से समर्थन लिए डीएमके के दो दिन ही बीते हैं। सीबीआई स्टालिन के सेक्रेटरी राजा शंकर के घर पर भी छापेमारी की है।
डीएमके नेता टी आर बालू ने कहा है कि स्टालिन पर छापा बदले की कार्रवाई है। हम इस मामले को संसद में उठाएंगे।
उधर, बीजेपी और एसपी ने भी छापे के समय पर सवाल उठाए हैं।
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