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This Article is From Sep 08, 2022

CM केजरीवाल ने स्कूलों को बता दिया 'कबाड़खाना' तो धर्मेंद्र प्रधान ने यूं दिया जवाब

धर्मेंद्र प्रधान ने आरोप लगाया कि जब से अरविंद केजरीवाल सत्ता में आए हैं, दिल्ली के सरकारी स्कूलों के नामांकन में गिरावट देखने को मिल रही है. ये आंकड़े केंद्र की ओर से नहीं बल्कि उनकी ओर से ही मुहैया करवाए गए हैं.ये गिरावट उनके ही कार्यकाल के दौरान आई है.

CM केजरीवाल ने स्कूलों को बता दिया 'कबाड़खाना' तो धर्मेंद्र प्रधान ने यूं दिया जवाब
धर्मेंद्र प्रधान ने केजरीवाल पर साधा निशाना

पीएम श्री स्कूल योजना को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल की ओर से पीएम मोदी को पत्र लिखकर सवाल खड़ा करने और अधिकतर स्कूलों को कबाड़खाना कहने को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने केजरीवाल पर निशाना साधा है. धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कुछ लोग बयान देने को ही काम मानते हैं. शिक्षक जैसे अपने बच्चों को पालते हैं, उसी जतन से अपने स्कूल के लिए भी समर्पित रहते हैं. बयान-बहादुर साहेब का विद्यालयों के लिए कबाड़खाना जैसा शब्द उपयोग करना शिक्षा जगत के लिए खेद की बात है.

इसके साथ ही प्रधान ने आरोप लगाया कि जब से अरविंद केजरीवाल सत्ता में आए हैं, दिल्ली के सरकारी स्कूलों के नामांकन में गिरावट देखने को मिल रही है. ये आंकड़े केंद्र की ओर से नहीं बल्कि उनकी ओर से ही मुहैया करवाए गए हैं.ये गिरावट उनके ही कार्यकाल के दौरान आई है.

बता दें कि इससे पहले केजरीवाल ने केंद्र सरकार की 14,500 स्कूल अपग्रेड करने की योजना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखा है. उन्होंने कहा कि देश मे 10 लाख से ज़्यादा सरकारी स्कूल हैं, इस तरह तो सभी स्कूलों को ठीक करने में 100 साल से भी ज्यादा लग जाएंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि मेरा आपसे आग्रह है 14,500 नहीं सभी 10 लाख सरकारी स्कूल ठीक करने की योजना बनाएं. केजरीवाल ने खत को ट्वीट करते हुए लिखा है कि प्रधानमंत्री जी को मेरा पत्र. उन्होंने 14,500 स्कूलों को अपग्रेड करने का एलान किया, बहुत अच्छा. लेकिन देश में 10 लाख सरकारी स्कूल हैं. इस तरह तो सारे स्कूल ठीक करने में सौ साल से ज़्यादा लग जाएंगे. आपसे अनुरोध है कि सभी दस लाख स्कूलों को एक साथ ठीक करने का प्लान बनाया जाए.'

उन्होंने आगे लिखा कि 1947 में हमसे बहुत बड़ी गलती हुई. देश आजाद होते ही सबसे पहले हमें भारत के हर गांव और हर मोहल्ले में शानदार सरकारी स्कूल खोलने चाहिए थे. कोई भी मुल्क अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिए बिना तरक्की नहीं कर सकता. हमने ऐसा नहीं किया. ज्यादा दुख की बात ये है कि अगले 75 साल भी हमने अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने पर ध्यान नहीं दिया. क्या भारत अब और वक्त बर्बाद कर सकता है? देश के हर सरकारी स्कूल में शानदार शिक्षा की व्यवस्था के बिना हमारा देश विकसित देश नहीं बन सकता.

ये Video भी देखें : हरियाणा में बोले अरविंद केजरीवाल, '75 साल में नेताओं ने सिर्फ राजनीति की'

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