नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने एयरलाइंस कंपनियों का निरीक्षण करने के बाद कहा कि एयरलाइंस कंपनियों (Airlines companies) में अनट्रेड इंजीनियरों (untraded engineers) और आधुनिक उपकरणों की कमी है. डीजीसी ने कहा कि एयलाइंस कंपनियों में पास अपर्याप्त उपकरण और अनुचित मरम्मत जैसी कई खामियां हैं, जिसके कारण उड़ानों में यांत्रिक मुद्दों से जुड़ी घटनाएं होती दिखती हैं. विमानन नियामक डीजीसीए ने कई एयरलाइनों में अनिर्धारित लैंडिंग और तकनीकी खामियों की लगातार खबर आने के बाद एक निरीक्षण किया है, जिसके बाद यह बात कही है. डीजीसीए ने कहा कि एयरलाइंस अक्सर कम योग्य इंजीनियरिंग कर्मचारियों को विमान के संचालन के लिए अधिकृत कर रही हैं.
इसके साथ ही विमानन नियामक ने कहा है कि अब सभी एयरलाइनों को वरिष्ठ प्रमाणन कर्मचारियों को "सभी बेस और ट्रांजिट स्टेशनों पर" रखना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि विमान तकनीकी रूप से पूरी तरह से उड़ान भरने के लायक है या नहीं. बता दें कि पिछले एक सप्ताह में कम से कम पांच ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें तकनीकी खराबी के कारण विमानों को डायवर्ट करना पड़ा या अनिर्धारित लैंडिंग करानी पड़ी. पिछले दिनों शारजाह से हैदराबाद जाने वाली एक इंडिगो उड़ान को पाकिस्तान के कराची में एहतियातन उतरना पड़ा था. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने कहा कि उसने इन घटनाओं के बाद जांच की है. डीजीसीए ने कहा कि जांच से पता चला है कि एयरलाइंस गलत तरीके से इंजीनियरिंग खराबी के कारणों की पहचान कर रही हैं.
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