अखिल भारतीय छात्र संघ (आइसा) (AISA) और क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) के सदस्यों ने दिल्ली विश्वविद्यालय (University of Delhi) में प्रस्तावित फीस वृद्धि और चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रम (एफवाईयूपी) के खिलाफ बुधवार को कला संकाय के बाहर प्रदर्शन किया. वामपंथी छात्र संगठनों (Student Union) के प्रदर्शनकारी छात्रों ने विश्वविद्यालय से चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रम की समीक्षा करने की मांग करते हुए आरोप लगाया कि यह मुख्य विषयों को कम करता है और छात्रों पर वित्तीय बोझ बढ़ाता है. छात्रों ने तख्तियां लेकर नारेबाजी की जिन पर लिखा था, 'फीस संरचना के ढांचे को तर्कसंगत बनाने के नाम पर फीस में वृद्धि को बंद करें', 'एफवाईयूपी को टालें और समीक्षा करें' और 'एफवाईयूपी वापस लो'.
छात्र संगठनों का यह विरोध प्रदर्शन ऐसे समय में हुआ है जब एफवाईयूपी के पहले सेमेस्टर के पाठ्यक्रम पर चर्चा करने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद की बैठक हुई है. आइसा के एक कार्यकर्ता ने कहा, ‘‘हम दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा डिग्रियों को समाप्त करने, शिक्षकों के लिए नौकरी कम करने, केवल पहले सेमेस्टर के पेपर के लिए पाठ्यक्रम पास करने की जल्दबाजी की कवायद को खारिज करते हैं.'' दिल्ली विश्वविद्यालय की योजना शैक्षणिक वर्ष 2022-23 से ही नए पाठ्यक्रम को लागू करने की है. विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद की बुधवार को होने वाली बैठक के दौरान 100 से अधिक स्नातक पाठ्यक्रमों पर चर्चा की जाएगी.
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