दिल्ली पुलिस ने भी आने वाली कावंड़ यात्रा को लेकर तैयारी पूरी कर ली है. दरअसल, ये 2019 के बाद पहली कांवड़ यात्रा है. पूर्वी दिल्ली के डीसीपी संजय सेन ने कांवड़ यात्रा की तैयारियों पर कहा कि यात्रा पर आतंकी हमले को देखते हुए पूरी तैयारी कर ली गई है. एंटी टेटर मेजर लिए जा रहे हैं. पहली बार कांवड़ियों का एक ऐप के जरिए रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है.
दिल्ली में कांवड़ियों के कुल 338 कैंप होंगे. 14 से 26 तारीख तक इसके लिए अरेंजमेंट्स होंगे. कंट्रोल रूम होगा और मचान लेगेंगे. सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगेंगे. उन्होंने बताया कि हमने संयोजकों के साथ मीटिंग भी की है, जहां पर मिक्स आबादी है, वहां ज्यादा निगरानी रहेगी. 300 पुलिस कर्मी ट्रैफिक संभालेंगे. कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
कांवड़ यात्रा को लेकर यूपी सरकार ने उठाया ये कदम
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में कोविड-19 की वजह से दो साल तक बंद रही कांवड़ यात्रा अब फिर से शुरू होने जा रही है. राज्य सरकार सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम करने के साथ ही यात्रा के लिए निर्धारित मार्गों पर खुले में मांस की बिक्री पर रोक लगाने को कदम उठा रही है. अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय, जिला और पुलिस प्रशासन इसे सुनिश्चित करने के लिए मांस व्यापारियों से संपर्क कर रहा है. शिव भक्तों की आस्था से जुड़ी कांवड़ यात्रा 14 जुलाई से शुरू होगी और एक पखवाड़े तक चलेगी. 2020 और 2021 में कोविड-19 के प्रकोप के कारण कांवड़ यात्रा आयोजित नहीं की गई थी.
2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनने के बाद कांवड़ियों पर हेलीकॉप्टर से फूल बरसाने की भी परंपरा शुरू हुई थी. योगी ने ही कांवड़ यात्रा में डीजे पर लगा प्रतिबंध भी हटाया था. भगवान शिव के भक्त, जिन्हें ‘कांवड़िया' कहा जाता है, गंगा के तटों पर जाकर जल ले आते हैं और उसे अपने इलाके में स्थित मंदिरों से लेकर घरों तक में चढ़ाते हैं. योगी ने हाल ही में एक बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे कांवड़ यात्रियों के लिए निर्धारित मार्गों पर स्वच्छता का ध्यान रखें और वहां खुले में मांस की बिक्री पर रोक लगाने के अलावा पर्याप्त प्रकाश व प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था करें.
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी ने कांवड़ियों से की ये अपील
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिवभक्त कांवड़ियों से यात्रा मार्ग में एक-एक पौधा लगाने का शुक्रवार को अह्वान किया. यात्रा के दौरान इस साल चार करोड़ से अधिक कांवड़ियों के हरिद्वार आने की संभावना है. धामी ने हरिद्वार में 14 जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की. बैठक में धामी ने कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले सभी व्यवस्थाएं पूरी करने के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए. कांवड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर धामी ने अधिकारीयों को पड़ोसी राज्यों के सीमावर्ती जिलों के अधिकारियों के साथ भी समन्वय बनाकर काम करने के भी निर्देश दिए.
(इनपुट्स भाषा से भी)
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