पिछले करीब एक महीने से गर्मी से बेहाल दिल्लीवासियों के लिए खुशखबरी है. दिल्ली और एनसीआर में रहने वाले लोगों को इस झुलसाने वाली गर्मी से जल्द निजात मिल सकती है. मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों में दिल्ली-एनसीआर में बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने अगले सात दिनों तक दिल्ली एनसीआर में बारिश और आकाश में बादल छाए रहने का पूर्वानुमान जताया है. दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद और गाजियाबाद में अगले सात दिनों तक हल्की बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. इससे पहले मौसम विभाग ने कहा था कि इस सप्ताह दक्षिण पश्चिम मॉनसून दिल्ली एनसीआर में पहुंच सकता है, क्योंकि बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बन गया है, जो गहन हो रहा है.
दिल्ली एनसीआर में अगले 7 दिनों तक कैसा रहेगा मौसम:
2 जुलाई: आकाश में बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश की संभावना.
3 जुलाई: हल्की बारिश और आकाश में बादल छाए रहेंगे.
4 जुलाई: हल्की बारिश के साथ आसमान में बादल.
5 जुलाई: आसमान में बादल और हल्की बारिश के आसार.
6 जुलाई: दिल्ली एनसीआर में हल्की बारिश और आकाश में बादल छाए रहेंगे.
7 जुलाई: बारिश और गरज के साथ छींटे.
8 जुलाई: दिल्ली एनसीआर में बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने के आसार.
मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, दिल्ली एनसीआर के लोगों को इस हफ्ते चिलचिलाती धूप और गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है. 7 और 8 जुलाई को यहां पूरी बारिश की उम्मीद है. फिलहाल, पिछले 24 घंटों के दौरान दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद और गाजियाबाद में सूखा और अत्यंत गर्म मौसम बना हुआ है और लू की स्थिति भी बनी हुई है.
मॉनसून की कमजोर गति के कारण वैसे भी खद्यान्न उत्पादन के लिहाज से महत्वपूर्ण पंजाब और हरियाणा सहित देश के 24 राज्यों में जून में कम बारिश दर्ज हुई. इससे देश के 250 जिलों में जलसंकट की चिंता बनी हुई है. जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एक समारोह से इतर आईएएनएस से कहा, "अभी तक कम बारिश हुई है, अब बेहतर की उम्मीद करते हैं." अब सभी की निगाहें इंद्र देवता पर हैं. इस बीच मौसम की सूचना देने वाली निजी कंपनी स्काईमेट ने इस साल औसतन कम मानसून का अनुमान जताया है. स्काईमेट के निदेशक महेश पालावत ने कहा कि जुलाई और अगस्त में मानसून की गति धीमी रहेगी. हालांकि उनका कहना है कि इसका असर कृषि क्षेत्र पर नहीं पड़ेगा.
जून में बारिश की 33 फीसदी कमी रही. पंजाब में 2014 के बाद पहली बार सूखे जैसे हालात हैं. उत्तर भारत में करीब-करीब हर जगह मानसून अपने तय समय पर नहीं पहुंच पाया. उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली में बारिश 60-99 फीसदी औसत से कम रही. जुलाई में भी अगर कम बारिश होती है तो देश में सूखे जैसे हालात हो जाएंगे. इस बीच जलशक्ति मंत्रालय ने सोमवार को एक अभियान शुरू किया जो कि 30 नवंबर तक चलेगा. इससे देश के 256 जिलों के 1592 जल की कमी झेल क्षेत्रों में जल संरक्षण को गति मिलेगी.
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