प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
दिल्ली में बसों के बाद दिल्लीवालों की लाइफलाइन बनी मेट्रो जल्द ही लोगों का झटका दे सकती है। सूत्रों से मिली खबर के अनुसार दिल्ली मेट्रो के किराए में दोगुने से ज्यादा की वृद्धि किए जाने की संभावना है। फिलहाल दिल्ली मेट्रो में अधिकतम किराया 30 रुपये हैं जिसे बढ़ाकर 70 रुपये किए जाने की संस्तुति की गई है। बता दें कि वर्तमान में दिल्ली मेट्रो में कम से कम 8 रुपये किराया देना होता है जिसे बढ़ाकर 10 रुपये किए जाने की बात कही जा रही है।
इस बारे में डीएमआरसी फेयर फिक्सेशन कमिटी के प्रमुख एमएल मेहता से जब बात की गई तो उनका कहना था कि सोमवार को वह इस बारे में ज्यादा बात करेंगे। उन्होंने साफ किया कि बढ़ोतरी को लेकर मेट्रो का प्रस्ताव आया है। इस प्रस्ताव में कम से कम 10 रुपया और अधिकतम 70 रुपया किराया करने का प्रस्ताव है। इस बढ़ोतरी के पीछे मेट्रो का कहना है कि मैंटेनेंस कॉस्ट, ऑपरेशनल कॉस्ट और स्टाफ के वेतन-भत्ते काफी बढ़ गए हैं।
मेट्रो का कहना है कि जापान की जैका (Jaica) कंपनी से डीएमआरसी ने हजारों करोड़ का ऋण लिया हुआ है। इसके अलावा और भी लोन हैं। जिनके भुगतान के लिए आय बढ़ाना जरूरी हो गया है। मेट्रो का यह भी कहना है कि उसके मुनाफे में कमी आई है।
बता दें कि तीन बार पहले भी मेट्रो का किराया बढ़ाया गया है। अगर इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है तो चौथा मौका होगा जब किराया बढ़ाया जाएगा। जानकारी के अनुसार 2009 के बाद से किराए में बढ़ोतरी नहीं की गई है। मेट्रो ने किराया बढ़ाने के लिए सरकार के पास कई बार रिमाइंडर भी भेजे हैं।
इस बारे में डीएमआरसी फेयर फिक्सेशन कमिटी के प्रमुख एमएल मेहता से जब बात की गई तो उनका कहना था कि सोमवार को वह इस बारे में ज्यादा बात करेंगे। उन्होंने साफ किया कि बढ़ोतरी को लेकर मेट्रो का प्रस्ताव आया है। इस प्रस्ताव में कम से कम 10 रुपया और अधिकतम 70 रुपया किराया करने का प्रस्ताव है। इस बढ़ोतरी के पीछे मेट्रो का कहना है कि मैंटेनेंस कॉस्ट, ऑपरेशनल कॉस्ट और स्टाफ के वेतन-भत्ते काफी बढ़ गए हैं।
मेट्रो का कहना है कि जापान की जैका (Jaica) कंपनी से डीएमआरसी ने हजारों करोड़ का ऋण लिया हुआ है। इसके अलावा और भी लोन हैं। जिनके भुगतान के लिए आय बढ़ाना जरूरी हो गया है। मेट्रो का यह भी कहना है कि उसके मुनाफे में कमी आई है।
बता दें कि तीन बार पहले भी मेट्रो का किराया बढ़ाया गया है। अगर इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है तो चौथा मौका होगा जब किराया बढ़ाया जाएगा। जानकारी के अनुसार 2009 के बाद से किराए में बढ़ोतरी नहीं की गई है। मेट्रो ने किराया बढ़ाने के लिए सरकार के पास कई बार रिमाइंडर भी भेजे हैं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं