Delhi Dehradun Expressway News: दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे के उद्घाटन की तारीख नजदीक आ गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस एक्सप्रेसवे का उद्घाटन 2026 में कर सकते हैं. इस एक्सप्रेसवे के कुछ हिस्सों पर यातायात चालू हो गया है, लेकिन 14 जनवरी के बाद इसे कभी भी पूरी तरह खोला जा सकता है. इससे दिल्ली से देहरादून की दूरी महज 2.5 घंटे में तय होगी. दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे के उद्घाटन राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) दिल्ली बॉर्डर पर कोहरे से बचने और मोड़ पर नए संकेतकों को लगाने का काम युद्धस्तर पर कर रहा है. स्ट्रीट लाइट को भी बदला जा रहा है. बॉर्डर पर स्पीड लिमिट और ट्रैफिक नियमों की अन्य गाइडलाइन वाले बोर्ड भी लगाए जा रहे हैं.
अक्षरधाम मंदिर से शुरू, बागपत, शामली से सहारनपुर भी
भारतमाला परियोजना के तहत दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे का निर्माण किया गया है. दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर के एनएच 9 से यह एक्सप्रेसवे शुरू होगा. फिर उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद शहर के लोनी, बागपत, शामली, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर से गुजरते हुए देहरादून तक एक्सप्रेसवे जाएगा. दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे की लंबाई 210 किमी है. एक्सप्रेसवे के चारों हिस्सों में किया गया है.
दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे कब चालू होगा
इस एक्सप्रेसवे पर वाहनों की अधिकतम गति 100 किलोमीटर प्रति घंटा रखी गई है. घुमावदार मोड़ और जोखिम वाले क्षेत्रों में स्पीड लिमिट 85 किमी प्रति घंटा रहेगी. दिल्ली से बागपत तक ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से जुड़ा इसका एक हिस्सा 1 दिसंबर 2025 को खोला गया था, जिसमें ट्रैफिक सुचारू रूप से चल रहा है.

Delhi Dehradun Expressway
दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे का रूट
दिल्ली सहारनपुर देहरादून एक्सप्रेसवे की लागत लगभग 13 हजार करोड़ रुपये आई है. 210 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे का काम पांच साल में पूरा हुआ है. दिल्ली से बागपत तक का 31 किमी का हिस्सा खोला जा चुका है. दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे से उत्तराखंड की राजधानी तक आवाजाही का समय घटकर आधा रह जाएगा. साथ ही नेशनल हाईवे पर जाम की समस्या भी कम होगी. पर्यटकों को उत्तराखंड जाने का नया रूट भी मिलेगा.
- 12 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रोड, एशिया का सबसे लंबा एलिवेटेड रास्ता, जो राजाजी नेशनल पार्क एरिया से गुजरेगा.
- कॉरिडोर के नीचे से छह अंडरपास वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए लिहाज से बनाए गए हैं
- छह लेन के दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे को बढ़ाकर बाद में आठ लेन किया जा सकता है.
- एक्सप्रेसवे से रोजाना 20 से 30 हजार वाहनों के गुजरने की संभावना उद्घाटन के बाद
- इस एक्सप्रेसवे से रुड़की, हरिद्वार, हापुड़, मेरठ, गाजियाबाद, बिजनौर जैसे जिलों को भी फायदा
एक्सप्रेसवे के 4 रूट
1. दिल्ली से ईस्टर्न पेरिफरल एक्सप्रेसवे (EPE)
के रूट मैप का ये पहला चरण है. ये दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर से शुरू होकर बागपत शहर के पूर्व में ईपीई चौराहे तक जाता है. रूट का पहला हिस्सा 32 किलोमीटर लंबा है. इसमें से गीता कॉलोनी और खजूरी खास के बीच का 6.4 किलोमीटर का हिस्सा एलिवेटेड है.
2. ईपीई से सहारनपुर
दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे का यह रूट 118 किलोमीटर लंबा है. ये रूट ईपीई से शुरू होकर सहारनपुर ईस्ट बाईपास रोड तक जाता है. ये छह लेन का मार्ग है और इसमें कुल 7 इंटरचेंज हैं, जहां से वाहन चढ़ सकते हैं या उतर सकते हैं. दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के इस दूसरे खंड में चार जिलों में फैले कई गांव शामिल हैं.
3. सहारनपुर से राजाजी नेशनल पार्क तक
ये दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे मार्ग का तीसरा खंड है, जिसकी लंबाई 40 किलोमीटर है. यह मार्ग सहारनपुर ईस्ट बाईपास को NH307 पर गणेशपुर से जोड़ता है. ये सड़क राजाजी नेशनल पार्क के दक्षिणी प्रवेश द्वार से जुड़ती है.
4. दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का चौथा हिस्सा
यह दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे मार्ग का अंतिम खंड है, जो 20 किलोमीटर लंबा है. गणेशपुर से इस अंतिम हिस्से का निर्माण अगस्त 2022 में पूरा हुआ था. इस रूट में 2 किलोमीटर लंबी एक सुरंग भी शामिल है.
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कई एक्सप्रेसवे से इंटरकनेक्टिविटी होगी
- ईस्टर्न पेरिफरल एक्सप्रेसवे से यह दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे जुड़ा हुआ है
- अंबाला शामली एक्सप्रेसवे से भी यह एक्सप्रेसवे कनेक्ट किया गया है.
- 50 किमी लंबे छह लेन के सहारनपुर हरिद्वार एक्सप्रेसवे से भी यह जुड़ चुका है.
- गंगा एक्सप्रेसवे से आवाजाही भी आसान होगा इस एक्सप्रेसवे से
एंट्री एग्जिट प्वाइंट कर लें नोट
दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे पर अक्षरधाम, गीता कॉलोनी, कैलाश नगर, सोनिया विहार, विजय विहार और मंडोला से इस छह लेन के एक्सप्रेसवे पर एंट्री ले सकते हैं. बाहर निकलने के लिए मंडोला, विजय विहार, उस्मानपुर, कैलाश नगर श्मशान घाट, गीता कालोनी और अक्षरधाम पर रास्ता होगा.बागपत से उत्तर पश्चिम दिल्ली, सेंट्रल दिल्ली जाने वाले गामदी पंचम पुश्ता से एग्जिट ले सकते हैं.
मसूरी जाने वाले टूरिस्ट को फायदा
दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे से मसूरी जाने वाले पर्यटकों को पड़ा फायदा होगा. इससे मसूरी में वीकेंड में 10-15 हजार की जगह 20 से 25 हजार वाहनों का रोजाना आवागमन संभव हो सकेगा. देहरादून आईएसबीटी से शिमला बाईपास होते हुए स्पेशल रूट तेलपुर चौक, नयागांव, किमादी के रास्ते मसूरी जाने के लिए बनाया गया है.
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