
- तंजावुर जिले में पीएमके नेता और नगर पंचायत अध्यक्ष एम.ए. स्टालिन पर तीन हमलावरों ने देशी बम से हमला किया.
- हमले के दौरान स्टालिन ने शौचालय में छिपकर अपनी जान बचाई और अपने आप को अंदर बंद कर लिया था.
- इस हमले में स्टालिन के एक समर्थक समेत दो लोग मामूली रूप से घायल हुए और कार्यालय को नुकसान पहुंचा.
तमिलनाडु के तंजावुर जिले में एक नगर पंचायत अध्यक्ष पर जानलेवा हमला हुआ है. जब पीएमके नेता और अध्यक्ष एम.ए. स्टालिन अपने कार्यालय में थे, तभी तीन हमलावरों ने उन पर देशी बम फेंके. इस हमले में स्टालिन बाल-बाल बच गए. स्टालिन ने बताया कि उन्होंने शौचालय में छिपकर अपनी जान बचाई. उन्होंने कहा, "मैंने खुद को अंदर बंद कर लिया, नहीं तो वे मुझे मार डालते."
पुलिस के अनुसार, इस हमले में स्टालिन के एक समर्थक इलैयाराजा समेत दो लोग मामूली रूप से घायल हो गए, जबकि कार्यालय की खिड़की और कुछ सामान को नुकसान पहुंचा. पुलिस इस हमले के पीछे के मकसद की जांच कर रही है.
इस घटना के बाद, पीएमके समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए सड़कों पर टायर जलाए और राज्य सरकार के ख़िलाफ़ नारे लगाए. पीएमके नेता अंबुमणि रामदास ने इस हमले की निंदा करते हुए सत्तारूढ़ डीएमके सरकार पर कानून-व्यवस्था बिगाड़ने का आरोप लगाया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सत्ता में बैठे लोग पुलिस को नियंत्रित कर रहे हैं.
भाजपा के तमिलनाडु प्रदेश अध्यक्ष नैनार नागेंद्रन ने भी हमलावरों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की. उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था इतनी ख़राब हो गई है कि दिनदहाड़े पंचायत कार्यालय पर पेट्रोल बम फेंके जा रहे हैं.
वहीं, डीएमके प्रवक्ता डॉ. सैयद हफीजुल्लाह ने विपक्ष के आरोपों को ख़ारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद निजी स्वार्थों के चलते ऐसे अपराध होते रहते हैं, लेकिन पुलिस ने तुरंत कार्रवाई कर स्थिति को नियंत्रित कर लिया.
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