केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कोरोना की तीसरी लहर को लेकर लोगों को चेताया है. मंत्रालय ने कहा कि तीसरी लहर के अनुमान को गंभीरता से लिया जाना चाहिए. सरकार ने मंगलवार को कहा कि देश के कई हिस्सों में कोविड-उपयुक्त व्यवहार का घोर उल्लंघन देखा जा रहा है जो इसे काबू में करने के लिए अब तक की मेहनत पर पानी फेर सकता है. उन्होंने इस दौरान उन लोगों की तरफ इशारा भी किया, जो पहाड़ी इलाकों में काफी संख्या में पहुंच रहे हैं और कोरोना के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं. यह केंद्र सरकार की ओर से इस पर तीसरी चेतावनी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस ओर इशारा कर चुके हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि एक सर्वे में सामने आया है कि लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं, कुछ लोगों ने कहा कि सांस लेने में दिक्कत होती है तो कुछ ने कहा कि मास्क से कोई फायदा नहीं है. दिल्ली के सदर बाजार, जनपथ मार्केट,तमिलनाडु,चंडीगढ़ समेत अन्य कई शहरों के बाजारों में भीड़भाड़ की तस्वीरें सामने आयी हैं. तीसरी लहर प्रकृति से ज्यादा प्रवत्ति पर निर्भर करेगी. तीसरी लहर को महज मौमस समाचार ना समझें.
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न्यूज एजेंसी पीटीआई ने नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी के पॉल ने हवाले से कहा कि विश्व स्तर पर, कोविड-19 की तीसरी लहर देखी जा रही है और लोगों से यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास करने का आह्वान किया जाता है कि यह भारत में न हो.
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वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के हवाले से लिखा गया है, जुलाई में अब तक दर्ज किए गए कोविड-19 के नए मामलों में से लगभग 73.4 प्रतिशत केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और ओडिशा से थे. उन्होंने कहा कि देश के 55 जिलों में 13 जुलाई को समाप्त सप्ताह के लिए कोविड-19 संक्रमण की दर 10 प्रतिशत से अधिक दर्ज की गई.
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