केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि जनसांख्यिकी (Demography ) और स्केल को देखते हुए भारत कोरोना वायरस से बचाव के लिए हर्ड इम्युनिटी (बड़े स्तर पर बचाव के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली) पर निर्भर नहीं रह सकता. देश को COVID-19 के खिलाफ जंग जीतने के लिए वैक्सीन का आगमन का इंतजार करना होगा.स्वास्थ्य मंत्रालय के ओएसडी राजेश भूषण ने बताया कि कोरोना संक्रमण से अब तक 10 लाख मरीज रिकवर कर चुके हैं ये बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने कहा कि 4 जून तक लगभग 1 लाख रिकवर हुए और आज सुबह 10 लाख से ज्यादा पेशंट रिकवर हुए.डॉक्टर,नर्स हेल्थ वर्कर्स ने निष्ठा से काम किया है.भारत जैसे देश मे सीमित संसाधन होते हुए इतनी बड़ी उपलब्धि मिली है.दस लाख लोगों की रिकवरी होने पर हेल्थ मिनिस्ट्री की पीसी करने वाले अधिकारियों ने खड़े होकर ताली बजाई और डॉक्टर,नर्स और मेडिकल स्टॉफ़ की हौसलाअफजाई की.
इसके बाद भी स्वास्थ्य मंत्रालय ने माना कि हर्ड इम्युनिटी दूर है और इसे रणनीतिक विकल्प (Strategic option) नहीं माना जा सकता. जब तक वैक्सीन नही आ जाती तब तक सतर्क रहना होगा.कोरोना वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन की बात करें तो दुनिया में 24 वैक्सीन क्लीनिकल फेज में है जबकि 141 प्री क्लीनिकल स्टेज में हैं.3 वैक्सीन अमेरिका, चीन और ब्रिटेन की तीन वैक्सीन फेज 3 स्टेज में हैं. भारत के वैक्सीन फेज 1 और 2 स्टेज में. हैल्थ वर्कर के क्लेम पर स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, 131 परिवारों ने क्लेम किया है, इनमें से 20 केस में पेमेंट किया जा चुका है जबकि 64 केस प्रोसेस में हैं.47 केस: अलग-अलग राज्यों के पास हैं. कोरोना के खिलाफ जंग में सबसे ज़्यादा मरने वाले हेल्थ केयर वर्कर महाराष्ट्र, दिल्ली, तेलंगाना से हैं.
ब्रीफिंग के दौरान मंत्रालय की ओर से जानकारी दी गई कि 21 राज्यों में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 10% से कम है (7 दिन के औसत के आधार पर)है, जो अच्छी बात है. इसी तरह 24 राज्यों का fatality रेट (मृत्यु की दर)देश के falality रेट से कम है. 16 राज्यों का रिकवरी रेट देश के रिकवरी रेट से बेहतर है.
दुनिया के देशों का Fatality रेट
भारत : 2.21%
रूस: 1.6%
यूके : 15.3%
मेक्सिको : 11.1%
ईरान: 5.5%
ब्राज़ील: 3.6%
अमेरिका : 3.5%.
कोरोना के मामले में दिन पर दिन भारत का बुरा हाल
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं