दिल्ली के पटियाला हाऊस कोर्ट ने मूसेवाला हत्याकांड में गिरफ्तार दोनों शूटर सचिन और अंकित को पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. दोनों आरोपियों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आईएसबीटी से गिरफ्तार किया था, जिसके बाद से वह पुलिस रिमांड पर था. शनिवार को रिमांड खत्म होने पर उसे कोर्ट में पेश किया गया था.
पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Musewala) की हत्या में शामिल सबसे कम उम्र के शूटर अंकित सिरसा को दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था. पुलिस इसे हत्या का "मुख्य शूटर" बता रही है. अंकित सिरसा नाम के शूटर की उम्र केवल 18 साल है. पुलिस ने कहा कि वह सजायाफ्ता गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह का सदस्य है.
पुलिस का कहना है कि अंकित सिरसा ने सिद्धू मूसेवाला को करीब से 6 गोलियां मारी थीं. वहीं पुलिस ने उसके सहयोगी सचिन विरमानी को भी गिरफ्तार किया है. 28 वर्षीय सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को पंजाब के एक गांव में हमलावरों के एक समूह ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. उनके शरीर पर 19 गोलियों के घाव थे और गोली लगने के 15 मिनट के भीतर ही उनकी मौत हो गई.
अंकित ने सबसे करीब से मूसेवाला पर फायरिंग की
दिल्ली पुलिस के सूत्रों का कहना है कि अंकित सिरसा एसयूवी चला रहे गायक के सबसे करीब गया और दोनों हाथों से फायरिंग की. तस्वीरों में अंकित एक बंदूक पकड़े हुए दिखाई दे रहा है, जिसमें कारतूस से "मूस वाला" लिखा हुआ है. वह कई तस्वीरों में एके-47 और अन्य बंदूकों के साथ पोज भी देता है. पुलिस का कहना है कि उसे कनाडा के गैंगस्टर गोल्डी बरार से एक दिन पहले मूसेवाला को मारने का निर्देश मिला था, जो लॉरेंस बिश्नोई का करीबी सहयोगी था. गोल्डी बरार ने अपराध के तुरंत बाद एक फेसबुक पोस्ट में मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली थी.
कश्मीरी गेट से गिरफ़्तार किया था अंकित और सचिन
दिल्ली पुलिस ने 3 जुलाई रात 11 बजे के करीब अंकित और सचिन को दिल्ली के कश्मीरी गेट से गिरफ़्तार किया था. दिल्ली पुलिस स्पेशल शूटर्स की तलाश में झारखंड, मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब समेत दिल्ली में ढूंढ रही थी. पुलिस के मुताबिक सोनीपत का रहने वाला अंकित इस मॉड्यूल का सबसे छोटा शूटर था और इसमें मुसेवाला के ऊपर 6 गोलियां चलाई थी.
अंकित का मददगार सचिन भी गिरफ्तार
इसके साथ अंकित का दोस्त सचिन भिवानी को भी गिरफ्तार किया था, जिसने इन आरोपियों को छिपाने का आश्रय दिया था और शूटर्स की काफी मदद की थी. इससे पहले दिल्ली पुलिस ने तीन शूटरों को गुजरात के कच्छ से गिरफ्तार किया था. आरोपियों की पहचान हरियाणा के सोनीपत निवासी प्रियव्रत उर्फ फौजी (26), झज्जर जिले के कशिश (24) और पंजाब के भटिंडा निवासी केशव कुमार (29) के रूप में हुई थी.
कच्छ में ही प्रियव्रत उर्फ फौजी से अंकित अलग हुआ था क्योंकि फौजी बिना मास्क के घूमने लगा था और अंकित को डर था कि फौजी के कारण सब लोग न पकड़े जाए इसलिए वो फौजी से अलग हो गया था. हालांकि फौजी ने अपना हुलिया बदलने के लिए अपनी दाढ़ी को काफी छोटा कर लिया था.
आरोपियों के पास पंजाब पुलिस की वर्दी मिली
पुलिस को आरोपियों के पास से पंजाब पुलिस की वर्दी मिली थी. आरोपियों ने इस वर्दी को वारदात में इस्तेमाल करने की सोच रखी थी. फिर आरोपियों ने सोचा कि फरार होने के दौरान वह वर्दी पहन सकते हैं. इसलिए वर्दी को अपने पास रखा था.
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