
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) ने शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को अंतरिम जमानत दिए जाने का स्वागत किया और कहा कि देश लोकतंत्र का पालन करने में दृढ़ है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने मांग की कि आप के राष्ट्रीय संयोजक मुख्यमंत्री पद छोड़ दें. केजरीवाल को बड़ी राहत देते हुए उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को उन्हें मौजूदा लोकसभा चुनाव में प्रचार करने के लिए एक जून तक अंतरिम जमानत दे दी है.
आबाकारी नीति में हुए कथित घोटाले से जुड़े धन शोधन के मामले में गिरफ्तार केजरीवाल को दो जून को आत्मसमर्पण कर वापस जेल जाना होगा. एक जून को लोकसभा चुनाव का आखिरी चरण (सातवां) है और चार जून को मतगणना होगी.
पवार ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा,' मैं उच्चतम न्यायालय द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने के आदेश का स्वागत करता हूं. भारत लोकतंत्र का पालन करने में दृढ़ है.”
बदलाव की हवा का एक बड़ा संकेत : आदित्य ठाकरे
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि देश में 'तानाशाही शासन' के खिलाफ केजरीवाल को न्याय और राहत मिलना बदलाव की हवा का एक बड़ा संकेत है.
उन्होंने कहा, ''वह सच बोलते रहे हैं और यही बात भाजपा को नापसंद है. उन्हें और विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' ('इंडिया') को भारत के लिए और अधिक ताकत मिलेगी. हम अपने संविधान और लोकतंत्र की रक्षा करेंगे.”
निरुपम की केजरीवाल से सीएम पद छोड़ने की मांग
हाल ही में कांग्रेस से निकाले जाने के बाद शिवसेना में शामिल हुए संजय निरुपम ने केजरीवाल से मुख्यमंत्री पद छोड़ने की मांग की. उन्होंने कहा, 'अगर उनमें थोड़ी भी नैतिकता है तो चुनाव प्रचार शुरू करने से पहले उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ देना चाहिए.'
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