कोरोना वायरस (Omicron Variant) ने देश की एय़रलाइनों (Airlines) को पिछले साल करीब 20 हजार करोड़ रुपये का झटका दिया है. हवाई अड्डों का संचालन करने वाली कंपनियों को भी पांच हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान झेलना पड़ा है. केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 वायरस की वजह से देश की विमानन कंपनियों और एयरपोर्ट को पिछले वित्त वर्ष में क्रमश: 19,564 करोड़ रुपये और 5,116 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. नागर विमानन राज्यमंत्री वी के सिंह ने कहा कि भारत में विमानन क्षेत्र, कोरोना महामारी से पैदा हुई कठिनाइयों के कारण प्रभावित रहा है.
देश में एय़रलाइन और हवाई अड्डों को वित्त वर्ष 2020-21 में क्रमशः करीब 19,564 करोड रुपये तथा 5,116 करोड रुपये का नुकसान झेलना पड़ा है.
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की महामारी से पैदा हुए माहौल का आकलन करते हुए विमान में यात्रियों की क्षमता से जुड़े प्रतिबंधों में 18 अक्टूबर 2021 से छूट दे दी गई है. घरेलू परिचालनों को बिना किसी क्षमता प्रतिबंध के बहाल कर दिया गया है.
हालांकि भारत ही नहीं दुनिया भर में हवाई अड्डों औऱ विमानन कंपनियों को भारी घाटा सहना पड़ा है. ऐसे वक्त जब दुनिया में डेल्टा वैरिएंट के कहर के बाद सब कुछ सामान्य हो रहा था, तभी ओमिक्रॉन वायरस ने दस्तक दे दी. यूरोप, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में फिर से पाबंदियां लगाई जा रही हैं. दिसंबर में क्रिसमस और नए साल के मौके पर लाखों की संख्या में लोग छुट्टियों के लिए जाते हैं, लेकिन ओमिक्रॉन के चलते इस पर असर पड़ने की आशंका है.
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