ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने यह फैसला किया है कि वह अपनी आवश्यक वस्तुओं की सेवाएं जारी रखेगी. कंपनी ने यह फैसला केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा अपने डिलीवरी स्टाफ की सुरक्षा और सप्लाई चेन को लेकर मिले आश्वासन के बाद लिया है. इससे पहले कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर खरीदारी की सारी सेवाओं को रोक दिया था. पीएम मोदी द्वारा घोषित 21 दिन के लॉकडाउन के मद्देनजर खरीदारी की सेवाओं पर कंपनी ने रोक लगाई थी लेकिन अब सरकार से आश्वासन के बाद आवश्यक सामान की खरीदारी की जा सकेगी.
इससे पहले ई रिटेलर फ्लिपकार्ट ने बुधवार को कहा था कि उसने परिचालन और सेवाओं को अस्थायी रूप से रोक दिया है, जिसमें किराना वस्तुएं भी शामिल हैं. हालांकि ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में आवश्यक सामानों और सेवाओं को प्रदान करने की अनुमति दी थी.
फ्लिपकार्ट ने अपनी वेबसाइट के जरिए जानकारी दी थी, जहां एक पोस्ट में लिखा था, "हेलो, भारतीय साथियों, हम अपना कामकाज अस्थायी रूप से रोक रहे हैं. आपकी जरूरत हमेशा से ही हमारी प्राथमिकता रही है और हमारा यह वायदा है कि जितनी जल्दी संभव होगा, हम आपकी सेवा के लिए वापस आएंगे."
फ्लिपकार्ट ने कहा था, "अभी जो कठिन हालात हैं ऐसा कभी नहीं देखा गया. इसके पहले कभी ऐसा नहीं हुआ कि सुरक्षित रहने के लिए लोगों को अलग-अलग रहना पड़ा हो. इसके पहले ऐसा कभी नहीं हुआ कि देश की मदद के लिए घर में बैठना पड़ा हो. हम आपसे यह आग्रह करते हैं कि घर में रहें और सुरक्षित रहें, हम फिर आपकी सेवा में होंगे."
कर्मचारियों को भेजे गए एक आंतरिक ईमेल में, फ्लिपकार्ट के वरिष्ठ उपाध्यक्ष आदर्श मेनन ने लिखा था कि, "वरिष्ठ अधिकारी इसका मूल्यांकन करेंगे कि सरकार और हितधारकों के परामर्श से आपूर्ति श्रृंखलाओं को वापस कैसे शुरू किया जाए लेकिन फिलहाल कोई भी आर्डर स्वीकार नहीं होगा."
गौरतलब है कि देशभर में लॉकडाउन की वजह से एमेजॉन, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील, बिगबास्केट और ग्रॉफर्स जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों को अपना कामकाज चलाने में मुश्किल आ रही है. इन कंपनियों का कहना है कि वे सिर्फ जरूरी सेवाओं की आपूर्ति कर रही हैं, लेकिन इनके डिलिवरी पर्सन्स को पुलिस के लोग रोक रहे हैं. इसकी वजह से इनका कारोबार ठप पड़ गया है.