Parliament Monsoon Session: कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) के मुद्दे पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की ओर से लोकसभा में पूछे गए सवाल पर सरकार ने लिखित जवाब दिया है. सरकार ने केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी के प्रश्न के लिखित जवाब में कहा है कि कोरोना महामारी के उभरते हुए हालात को देखते हुए वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) को लेकर कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की जा सकती. हालांकि 18 साल से ऊपर के लोगों को दिसंबर 2021 तक वैक्सीनेटेड कर दिए जाने की उम्मीद है. केंद्र सरकार की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया कि अगस्त 2021 से दिसंबर 2021 तक 135 करोड़ वैक्सीन डोज़ उपलब्ध कराए जाने की उम्मीद है. घरेलू वैक्सीन उत्पादकों से वैक्सीन की ख़रीद में कोई देरी नहीं की गई. इसमें ये भी कहा गया है कि वैक्सीनेशन ड्राइव पर अब तक 9725.15 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं.
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गौरतलब है कि कोरोना महामारी और टीकाकरण के मामले में राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi Government) के खिलाफ हमलावर रुख अख्तियार कर रखा है. कोरोना टीकाकरण अभियान हो या कोरोना महामारी को नियंत्रित करने में सरकार की कथित नाकामी, जरूरी दवाओं की कालाबाजारी या फिर ईंधन की कीमतों में लगातार इजाफे का मामला, राहुल ने सरकार को हर मुद्दे पर आड़े हाथ लिया है. राहुल ने कोरोना टीकाकरण को लेकर पिछले माह एक ट्वीट करके फिर सरकार पर निशाना साधा था. अपने ट्वीट में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार की ओर से दिए गए हलफनामे की खबर पोस्ट की थी, जिसमें सरकार ने कहा है कि दिसंबर तक उसे कोरोना वैक्सीन की 135 करोड़ डोज मिलेंगी. गौरतलब है कि पूर्व में केंद्र सरकार की ओर से ही 31 दिसंबर 2021 तक देश को 216 करोड़ से ज्यादा डोज का वादा किया गया था. केंद्र के इस हलफनामे को सरकार की ओर से वैक्सीन उत्पादन के मामले में यू-टर्न बताया जा रहा है. राहुल ने इसी को लेकर तंज कसते हुए ट्वीट में लिखा है- देश को उनसे सच्चाई की थी उम्मीद जो नहीं जानते सच क्या है!.
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गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि देश में हाल के समय में कोरोना टीकाकरण में तेजी आई है. अमेरिका की पूरी आबादी से ज्यादा वैक्सीनेशन भारत में हो चुकी है..कोरोना टीकाकरण को लेकर सरकार ने इसके साथ ही यह भी कहा था, 'हम मैराथन दौड़ रहे, 100 मीटर फर्राटा नहीं.' इसका आशय यह लगाया जा सकता है कि टीकाकरण की प्रक्रिया लंबी चलेगी और इसमें एक जैसी रफ्तार बनाए रखनी होगी.
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