
महाराष्ट्र के नांदेड जिले के धर्माबाद क्षेत्र से ईद-उल-अजहा से पहले एक विवादास्पद घटना सामने आई है. समाजवादी पार्टी के नेता और विधायक अबू आसिम आजमी ने राज्य के मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक (DGP) को पत्र लिखकर दावा किया है कि कुछ संगठन विशेष समुदाय के लोगों को कुर्बानी न देने की धमकी दे रहे हैं, जिससे कानून-व्यवस्था की स्थिति पर असर पड़ सकता है.
क्या है आरोप?
आजमी का आरोप है कि धर्माबाद गांव में बजरंग दल के कार्यकर्ता हथियारों के साथ गश्त कर रहे हैं और ईद-उल-अजहा के दिन कुर्बानी न देने को लेकर स्थानीय मुस्लिम समुदाय पर दबाव बनाया जा रहा है. उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि इस स्थिति से सांप्रदायिक तनाव पैदा होने की आशंका है और प्रशासन को तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए.
उन्होंने यह जानकारी धर्माबाद के एक स्थानीय निवासी शेख लाल अहमद से मिलने के बाद साझा की, जिन्होंने कथित रूप से इन घटनाओं की जानकारी दी थी.
अबू आसिम आजमी की क्या है मांगे?
- धर्माबाद और आस-पास के इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बंदोबस्त की मांग
- धमकी देने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई
- धार्मिक स्वतंत्रता और शांति बनाए रखने के लिए प्रशासनिक निगरानी
प्रशासन की प्रतिक्रिया?
इस पूरे मामले को लेकर स्थानीय प्रशासन की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है. न ही अभी तक किसी तरह की हिंसा या टकराव की पुष्टि हुई है. हालांकि, आजमी द्वारा उठाए गए मुद्दों के चलते कानून-व्यवस्था पर नजर बनाए रखने की जरूरत को नकारा नहीं जा सकता.
ईद-उल-अजहा जैसे धार्मिक अवसर पर किसी भी प्रकार का तनावपूर्ण वातावरण राज्य में सामाजिक सौहार्द को प्रभावित कर सकता है. प्रशासन की जिम्मेदारी होगी कि त्योहार शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो और सभी समुदायों की धार्मिक स्वतंत्रता और सुरक्षा सुनिश्चित की जाए.
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