बिहार के गोपालगंज पुलिस ने एसटीएफ की मदद से तिहाड़ जेल में बंद गैंगेस्टर लॉरेंस बिश्नोई के एक और गुर्गे को राजस्थान के अजमेर से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार गुर्गे की पहचान राजस्थान के अजमेर जिले के केसरपुर गांव के दिनेश सिंह रावत के रूप में की गयी है. दिनेश सिंह रावत को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस गोपालगंज लेकर पहुंच चुकी है. जहां राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए और बिहार एटीएस की टीम पूछताछ कर रही है. पूछताछ में दिनेश सिंह ने कई अहम खुलासे किए है. गैंगस्टर से जुड़े कई और गुर्गों का नाम आया है, जिसकी तलाश में मुजफ्फरपुर और राजस्थान में पुलिस टीम छापामारी कर रही है.
लॉरेंस बिश्नोई के अब तक तीन गुर्गों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस के अनुसंधान में झारखंड के जेल में बंद गैंगेस्टर अमन साहू से कनेक्शन जुड़े होने की बात सामने आयी है. जिसके बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) और आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस), बिहार एसटीएफ की टीम तीनों गुर्गों से पूछताछ कर रही है.
पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात के अनुसार जेल में बंद दो गुर्गों को भी पुलिस ने रिमांड पर ले लिया है, जिनसे लगातार पूछताछ चल रही है.पूछताछ में कई और गुर्गों के नाम आये हैं. जिनकी गिरफ्तारी के लिए राजस्थान और मुजफ्फरपुर में छापेमारी चल रही है.
गौरतलब हो कि पिछले 22 जुलाई को गोपालगंज पुलिस ने यूपी-बिहार सीमा के बलथरी चेकपोस्ट के पास एक नागालैंड की बस से दो अपराधियों को ऑस्ट्रिया निर्मित चार विदेशी पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया था. इनमें राजस्थान के अजमेर जिला का कमल राव और मुजफ्फरपुर के गाय घाट थाने के बोवारी गांव निवासी संतनु शिवम ने पुलिस को पूछताछ में तिहाड़ जेल में बंद गैंगेस्टर लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करने की बात कही थी. दोनों ने मोतिहारी व मुजफ्फरपुर में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए पूर्व में रेकी भी किया था.
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