विज्ञापन
This Article is From Aug 16, 2023

दिल्ली की सभी 7 सीटों पर तैयारी करेगी कांग्रेस, आप ने ‘इंडिया’ की बैठक शामिल नहीं होने दी चेतावनी

सूत्रों ने यह भी बताया कि खरगे और राहुल ने एकजुट होकर आगे बढ़ने और जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने की जरूरत पर जोर दिया. बैठक के बाद कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा कि कांग्रेस दिल्ली की सभी सात सीटों पर चुनाव लड़ सकती है और नेताओं से सातों सीटों पर जनता के बीच निकलने के लिए कहा गया है.

दिल्ली की सभी 7 सीटों पर तैयारी करेगी कांग्रेस, आप ने ‘इंडिया’ की बैठक शामिल नहीं होने दी चेतावनी

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को पार्टी की दिल्ली इकाई के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की, जिसमें राष्ट्रीय राजधानी की सभी सात सीटों पर तैयारी करने और जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने का फैसला किया गया. सूत्रों का कहना है कि दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेताओं ने आम आदमी पार्टी के साथ लोकसभा चुनाव में गठबंधन का फैसला पार्टी नेतृत्व पर छोड़ दिया, हालांकि पार्टी की राज्य इकाई के ज्यादातर नेताओं की राय गठबंधन के खिलाफ है.

सूत्रों ने यह भी बताया कि खरगे और राहुल ने एकजुट होकर आगे बढ़ने और जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने की जरूरत पर जोर दिया. बैठक के बाद कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा कि कांग्रेस दिल्ली की सभी सात सीटों पर चुनाव लड़ सकती है और नेताओं से सातों सीटों पर जनता के बीच निकलने के लिए कहा गया है.

उनके इस बयान को लेकर आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि कांग्रेस ने इस तरह का फैसला कर लिया है तो फिर मुंबई में 31 अगस्त और एक सितंबर को होने वाली विपक्ष की बैठक में ‘आप' के शामिल होने का कोई मतलब नहीं है.

प्रियंका ने कहा, ‘‘अगर कांग्रेस ने मन बना लिया है कि दिल्ली में वो हमारे साथ गठबंधन नहीं करेंगे तो ‘इंडिया' की बैठक में शामिल होने और अपना समय बर्बाद करने का कोई मतलब नहीं है. हमारा शीर्ष नेतृत्व तय करेगा कि ‘इंडिया' गठबंधन की अगली बैठक में शामिल होंगे या नहीं.''

कांग्रेस और आम आदमी पार्टी विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (इंडिया) के घटक दल हैं. कांग्रेस ने दिल्ली में सेवाओं से संबंधित विधेयक के मुद्दे पर पिछले दिनों संसद के मानसून सत्र में दोनों सदनों में आम आदमी पार्टी का समर्थन किया था, जबकि संदीप दीक्षित और अजय माकन जैसे कई नेताओं की राय इस मुद्दे पर अलग थी.

बैठक के बाद खरगे ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र, आज दिल्ली कांग्रेस के नेताओं के साथ मंत्रणा हुई. दिल्ली प्रदेश का नवसंचार हमारी प्राथमिकता है, जिसमें सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं की सहभागिता ज़रूरी है. हमने दिल्ली को समृद्ध और ख़ुशहाल बनाया था, आगे भी दिल्ली के लोगों के लिए हमारा संघर्ष जारी है.''

बाबरिया ने संवाददाताओं से कहा कि बैठक में गठबंधन को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई, लेकिन इस बारे में कांग्रेस नेतृत्व जो भी फैसला करेगा वह सबको स्वीकार्य होगा. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता दिल्ली में मोदी सरकार और केजरीवाल सरकार दोनों की ‘जन विरोधी' नीतियों का विरोध करते रहेंगे.

बैठक में शामिल रहे एक नेता ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के ज्यादातर नेताओं की राय यही है कि आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस का जनाधार छीना है और ऐसे में पार्टी को उस जनाधार को फिर से हासिल करने के लिए प्रयास करना चाहिए. हमारी तैयारी सभी सात लोकसभा सीटों पर होगी. गठबंधन को लेकर कांग्रेस नेतृत्व जो भी फैसला करेगा, वो सभी लोग मानेंगे.'' पिछले लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सभी सात सीटों पर कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया था. हालांकि, त्रिकोणीय मुकाबले में मत प्रतिशत के लिहाज से कांग्रेस भाजपा के बाद दूसरे स्थान पर रही थी.

ये भी पढ़ें:-

"भारत को विभाजित देखना आपकी विचारधारा" : पुराने 'बॉस' राहुल गांधी पर खूब बरसे सिंधिया

विपक्ष की गेंद, PM के शॉट : अविश्वास प्रस्ताव पर मोदी सरकार की ध्वनिमत से जीत

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com