कांग्रेस ने ‘नेशनल हेराल्ड' अखबार के मुख्यालय समेत उसके कई स्थानों पर प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी को प्रतिशोध की राजनीति करार देते हुए मंगलवार को कहा कि वह केंद्र सरकार के इस तरह के कदमों से झुकने और डरने वाली नहीं है तथा महंगाई एवं बेरोजगारी को लेकर आवाज बुलंद करती रहेगी. मुख्य विपक्षी दल ने यह आरोप भी लगाया कि केंद्र सरकार असल मुद्दों से ध्यान भटकाने और कांग्रेस की छवि खराब करने के मकसद से यह सब कर रही है.
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया कि हेराल्ड हाउस पर छापेमारी भारत के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पर लगातार हो रहे हमले का हिस्सा है. हम उन सभी लोगों के खिलाफ की जा रही प्रतिशोध की राजनीति की कड़ी निंदा करते हैं, जो मोदी सरकार के खिलाफ बोलते हैं. आप हमें चुप नहीं करा सकते. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया, ‘‘ईडी द्वारा ‘हेराल्ड हाउस' पर छापेमारी केन्द्र सरकार की बौखलाहट का प्रतीक है. सोनिया गांधी जी एवं राहुल गांधी जी को पूछताछ के नाम पर प्रताड़ित करने के बाद ईडी अब अपना चेहरा बचाने के लिए इस तरह की कार्रवाई कर रही है.''
उन्होंने कहा, ‘‘ इस पूरे मामले में पैसे का कोई लेन-देन ही नहीं हुआ, तो मनी लॉन्ड्रिंग कैसे हो सकती है. ईडी ने जुलाई, 2015 में इस मामले को बंद कर दिया था, लेकिन केन्द्र सरकार ने उस समय के जांच अधिकारी का तबादला कर नए अधिकारियों पर दबाव डाला और बदले की भावना से कार्रवाई शुरू की.'' गहलोत ने जोर दिया, ‘‘ईडी के माध्यम से केन्द्र सरकार कांग्रेस को बदनाम करने का चाहे कितना भी प्रयास कर ले, अंत में जीत सच्चाई की ही होगी.''
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘‘ये सरासर राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई है, ये कांग्रेस को तंग करने और उसकी छवि खराब करने के लिए की जा रही है. कांग्रेसजन इससे घबराने और डरने वाले नहीं हैं.''
पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने संसद भवन के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज ईडी ने ‘नेशनल हेराल्ड' के दफ्तर पर छापा मारा। मोदी सरकार बदले की भावना से आज जिस तरह काम कर रही है, वैसा आजाद भारत के इतिहास में कभी नहीं हुआ.''उन्होंने कहा, ‘‘यंग इंडियन एक ‘नॉट फ़ॉर प्रॉफिट' कंपनी है और इसके निदेशक को कोई मुनाफा मिल ही नहीं सकता। एजेएल एक अखबार है, कोई व्यावसायिक संगठन नहीं है- जैसा भाजपा प्रचारित कर रही है.''
सुप्रिया का कहना था, ‘‘ ईडी ने सोनिया गांधी जी से 3 दिन पूछताछ की; राहुल गांधी जी से 5 दिनों में 50 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की। अब या तो ईडी बिलकुल नकारा बन चुकी है या भाजपा का ‘इलेक्शन डिपार्टमेंट' बन चुकी है.''
उन्होंने कहा, ‘‘इस देश के असल मुद्दे महंगाई और बेरोजगारी हैं. आप कितने ही छापे मारे लो, हम सड़क से संसद तक इन दो मुद्दों पर आवाज़ उठाते रहेंगे. ईडी के छापों से डरने वाले और लोग होंगे, कांग्रेस, हमारे नेता और हम इन छापों से नहीं डरेंगे.''
प्रवर्तन निदेशालय ने धनशोधन मामले की जांच के तहत कांग्रेस के स्वामित्व वाले ‘नेशनल हेराल्ड' समाचार पत्र के मुख्यालय सहित यहां 12 स्थानों पर मंगलवार को छापा मारा. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि धन शोधन (निवारण) अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत छापे मारे जा रहे हैं, ताकि यह पता लगाने के लिये अतिरिक्त सबूत एकत्र किए जा सकें कि धन का लेन-देन किसके बीच हुआ. ईडी ने इस मामले में हाल में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी तथा कांग्रेस के कुछ अन्य नेताओं से पूछताछ की थी.
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