- बांग्लादेश में इंकलाब मंच के छात्र नेता उस्मान हादी की मौत के बाद हिंसा और हिंदुओं पर हमले बढ़ गए हैं
- कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बांग्लादेश में अराजकता और भीड़तंत्र की स्थिति पर गंभीर चिंता जताई है
- थरूर ने दोनों देशों के बीच शांति और बांग्लादेश में लोकतंत्र की बहाली की जरूरत पर जोर दिया है
बांग्लादेश एक बार फिर से अराजकता की आग में सुलग रहा है. इंकलाब मंच के छात्र नेता उस्मान हादी की मौत के बाद ढाका और आसपास के इलाकों में व्यापक हिंसा हो रही है. हिंदू अल्पसंख्यकों को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है. एक सनातनी हिंदू दीपू चंद्र दास (25) की पीट-पीटकर हत्या के बाद सरेआम पेड़ से बांधकर आग लगा दी गई थी. बांग्लादेश के बिगड़े हालात पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने गंभीर चिंता जताई है और कहा है कि ऐसा भीड़तंत्र नहीं होना चाहिए.
बांग्लादेश के हालात बेहद चिंताजनक
विदेश मामलों की संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष शशि थरूर ने पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बांग्लादेश के हालात पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश में इस तरह का मॉब रूल नहीं होना चाहिए. जिस तरह से वहां स्थिति चल रही है, वह बहुत चिंताजनक है. ऐसी स्थिति दोनों ही देशों के लिए अच्छी नहीं है. हम चाहते हैं कि वहां पर शांति कायम रहे.
'हम पड़ोसी से अच्छे संबंध चाहते हैं'
थरूर ने आगे कहा कि विदेश मामलों की संसदीय स्थायी समिति ने भी कहा है कि हम बांग्लादेश के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं और वहां शांति बनी रहनी चाहिए. वहां फरवरी में चुनाव भी होने जा रहे हैं. हम चाहते हैं कि वहां लोकतंत्र वापस आए, लेकिन वहां जो कुछ चल रहा है, वह ठीक नहीं है. हम वहां की सरकार से कहना चाहते हैं कि इस तरह की चीजें नहीं होनी चाहिए.
#WATCH | Patna, Bihar: On the situation in Bangladesh, Congress MP Shashi Tharoor says, "Such mob rule should not prevail. The Parliamentary Standing Committee has also said that we want good relations with Bangladesh, and peace should be maintained there. Elections are also… pic.twitter.com/VB2xWAGr4m
— ANI (@ANI) December 20, 2025
'हालिया घटनाएं दोनों देशों के लिए ठीक नहीं'
कांग्रेस नेता थरूर ने बांग्लादेश में हमले और प्रदर्शनों को देखते हुए दो भारतीय वीजा केंद्रों के बंद किए जाने पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के लोग चाहते हैं कि भारत आने के लिए वीजा ज्यादा मिलें. पिछले साल वीजा कम किए जाने की शिकायतें मिली थीं. लेकिन अब तो वीजा को नॉर्मल किया जा था. इस सबके बीच हालिया घटना की वजह से बांग्लादेश में 2 वीजा केंद्रों को बंद करना पड़ा है. उन्होंने कहा कि इस तरह के हालात दोनों देशों के लिए अच्छे नहीं हैं. हम चाहते हैं कि वहां शांति समाधान आ जाए.
भारत को 2 वीजा केंद्र बंद करने पड़े हैं
बता दें कि बांग्लादेश में बिगड़े हालात के बीच सुरक्षा को देखते हुए भारत ने राजशाही और खुलना स्थित भारतीय वीजा आवेदन केंद्रों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है. इससे पहले बुधवार को भी सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने ढाका में भारतीय उच्चायोग की तरफ मार्च किया था. उच्चायोग को धमकियां दी गई थीं. कई नेताओं ने भड़काऊ बयान भी दिए थे. इस पर भारत सरकार ने बांग्लादेश के उच्चायुक्त को तलब करके विरोध भी दर्ज कराया है.
हिजाब विवाद पर भी थरूर ने दी प्रतिक्रिया
उधर, कांग्रेस नेता शशि थरूर से जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक मुस्लिम महिला का हिजाब उतारने की कोशिश के वायरल वीडियो पर सवाल किया गया तो उनका कहना था कि सभी महिलाओं का सम्मान किया जाना चाहिए, चाहे वो मुस्लिम हों या हिंदू. इस मामले को लेकर सिर्फ यही कहा जा सकता है कि यह घटना सही नहीं थी.
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