नई दिल्ली: कांग्रेस कार्यकर्ता जगदीश शर्मा का दावा है कि राहुल गांधी छुट्टियों के दौरान विदेश में नहीं ब्लकि उत्तराखंड और हिमाचल में थे। जगदीश का दावा है कि जो टिकट मीडिया में दिखाया जा रहा है वह फर्जी है यदि राहुल गांधी थाई एयरलांइस से आए तो किसी पैसेंजर ने उनकी तस्वीर क्यों नहीं खींची, जबकि सबके पास आजकल हाईटेक मोबाइल हैं।
बता दें कि जगदीश शर्मा वही शख्स हैं जिन्होंने राहुल की तस्वीर ट्वीटर पर डाली थी यह कहते हुए कि राहुल उत्तराखंड में हैं न कि बैंकाक में। उस वक्त से अभी तक कांग्रेस ने न तो उन तस्वीरों को गलत बताया न ही जगदीश शर्मा के खिलाफ कोई कार्रवाई की। उल्टे जगदीश आज राहुल के दिल्ली आने पर तुगलक लेन के बाहर पटाखे फोड़ रहे थे। मतलब साफ है राहुल कभी विदेश गए ही नहीं।
जगदीश शर्मा का दावा है कि उनके पास और भी सबूत हैं जो सही समय पर वो मीडिया के सामने लाएगें। जगदीश शर्मा हमेशा से प्रियंका गांधी के लिए पोस्टर लगाते रहे हैं कि पी लाओ काग्रेस बचाओ मगर अब उनका मानना है कि प्रियंका राहुल के लिए सारथी का काम करेंगी। कई लोग यह भी मान रहे हैं कि राहुल की विदेश में होने की बात कांग्रेस और विपक्ष के कुछ नेताओं ने जानबूझ कर फैलाई कि राहुल की छवि खराब हो।
आज सुबह पीटीआई के मुताबिक खबर थी कि कांग्रेस उपाध्यक्ष बैंकाक से थाई एयरवेज के विमान से दिल्ली पहुंचे। विमान को 10 बजकर 35 मिनट पर हवाई अड्डे पर उतरना था, लेकिन इसमें करीब 40 मिनट की देरी हुई।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी 11 बजे राहुल गांधी के 12 तुगलक रोड स्थित आवास पर गईं और उसके तुरंत बाद ही उनकी बेटी प्रियंका भी वहां पहुंचीं। गहरे रंग की शर्ट पहने राहुल गांधी अपनी गाड़ी की पिछली सीट पर बैठे थे और वह इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों से कोई बात किए बिना सीधे घर के अंदर चले गए। वैसे, उनके घर लौटने की अटकलों के चलते कई मीडियाकर्मियों ने उनके 12 तुगलक लेन स्थित बंगले के बाहर की रात गुजारी और सुबह अन्य उत्सुक लोग उनमें शामिल हो गए।
राहुल गांधी 16 फरवरी को 15 दिनों की छुट्टी पर गए थे, जिसके बाद उन्होंने अपनी छुट्टी कई बार बढ़ाई, हालांकि इस दौरान पार्टी नेता राजनैतिक अस्थिरता वाले इस समय में उनकी छुट्टी पर जाने के फैसले का कई स्तर पर बचाव करते नज़र आए।
दो महीने पहले राहुल के छुट्टी पर जाने के बाद पार्टी के भीतर उनको लेकर कई तरह के विरोधाभासी बयान सामने आए हैं। मंगलवार को ही कांग्रेस नेता शीला दीक्षित ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई को दिए गए एक इंटरव्यू में इशारों-इशारों में राहुल गांधी पर निशाना साधा था, हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया।
शीला दीक्षित से पहले संदीप दीक्षित भी राहुल को पार्टी अध्यक्ष बनाए जाने का विरोध कर चुके थे। ऐसा माना जा रहा है कि शीला दीक्षित और उनके बेटे संदीप दीक्षित दोनों ही राहुल गांधी की गुडलिस्ट में नहीं हैं और टीम राहुल में शीला दीक्षित के धुर विरोधी अजय माकन की जगह मिली है।
इसी हफ्त़े पंजाब के कांग्रेस नेता अमरिंदर सिंह ने भी कहा है कि पार्टी में किसी भी तरह का बदलाव अध्यक्ष को बदलने से नहीं लाया जा सकता है।