नई दिल्ली:
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बीजेपी के चुनावी वादे को नजरअंदाज करने और सिर्फ वन रैंक वन पेंशन योजना का राग अलापने का आरोप लगाया। पार्टी ने यह कहने के लिए भी प्रधानमंत्री की आलोचना की कि पूर्व सैनिकों की मांग से जुड़ा यह मामला एक 'पेचीदा' मुद्दा है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'दुर्भाग्यवश, उन्होंने इनमें से एक भी मुद्दे को नहीं छूआ बल्कि इसके बजाय उन्होने समस्याओं को बढ़ा दिया और यह कह कर पूरे मुद्दे को उलझा दिया कि वन रैंक, वन पेंशन एक बहुत ही जटिल मुद्दा है।'
अजय माकन प्रधानमंत्री के आकाशवाणी पर प्रसारित 'मन की बात' कार्यक्रम पर प्रतिक्रिया जता रहे थे। प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में कहा कि उनकी सरकार पूर्व सैनिकों के लिए वन रैंक, वन पेंशन योजना को लागू करने को वचनबद्ध है। उन्होंने इसे एक पेचीदा मुद्दा बताते हुए इसे सुलझाने के लिए कुछ समय देने की मांग की।
कांग्रेस नेता ने कहा कि यह आश्चर्य की बात नहीं है कि एक साल गुजर जाने के बाद अपनी पूर्व की एक महत्वपूर्ण मांग के बारे में आपने देश को बताया कि इसमें जटिलताएं हैं, जिसके बारे में आपको पहले जानकारी नहीं थी।
माकन ने कहा कि इस योजना को यूपीए सरकार ने लागू किया था और इसके लिए पांच सौ करोड़ रुपये भी आवंटित किए थे। उन्होंने कहा कि देशवासी यह उम्मीद कर रहे थे कि बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के एक साल पूरा होने के मौके पर प्रधानमंत्री अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में चुनावी वादों को पूरा करने के बारे में बताएंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार विभिन्न मोर्चे पर विफल रही है और साथ ही दावा कि एक साल में सरकार बेनकाब हो गयी है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'दुर्भाग्यवश, उन्होंने इनमें से एक भी मुद्दे को नहीं छूआ बल्कि इसके बजाय उन्होने समस्याओं को बढ़ा दिया और यह कह कर पूरे मुद्दे को उलझा दिया कि वन रैंक, वन पेंशन एक बहुत ही जटिल मुद्दा है।'
अजय माकन प्रधानमंत्री के आकाशवाणी पर प्रसारित 'मन की बात' कार्यक्रम पर प्रतिक्रिया जता रहे थे। प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में कहा कि उनकी सरकार पूर्व सैनिकों के लिए वन रैंक, वन पेंशन योजना को लागू करने को वचनबद्ध है। उन्होंने इसे एक पेचीदा मुद्दा बताते हुए इसे सुलझाने के लिए कुछ समय देने की मांग की।
कांग्रेस नेता ने कहा कि यह आश्चर्य की बात नहीं है कि एक साल गुजर जाने के बाद अपनी पूर्व की एक महत्वपूर्ण मांग के बारे में आपने देश को बताया कि इसमें जटिलताएं हैं, जिसके बारे में आपको पहले जानकारी नहीं थी।
माकन ने कहा कि इस योजना को यूपीए सरकार ने लागू किया था और इसके लिए पांच सौ करोड़ रुपये भी आवंटित किए थे। उन्होंने कहा कि देशवासी यह उम्मीद कर रहे थे कि बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के एक साल पूरा होने के मौके पर प्रधानमंत्री अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में चुनावी वादों को पूरा करने के बारे में बताएंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार विभिन्न मोर्चे पर विफल रही है और साथ ही दावा कि एक साल में सरकार बेनकाब हो गयी है।
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