जलते हुए मालवाहक जहाज में सवार नाविकों को बचा लिया गया.
मुंबई:
समंदर में हल्दिया के पास तकरीबन 60 नॉटिकल माइल दूर धू-धू कर जल रहे मालवाहक जहाज में फंसे सभी 22 नाविकों को बचा लिया गया है. सभी को उफनते समंदर के बीच लहरों से टकराते हुए लाइफ राफ्ट में बड़ी मुश्किल से तटरक्षक दल के जहाज राजकिरण पर लाया गया.
तटरक्षक दल के सुरक्षित जहाज पर आने के बाद मौत के मुंह से निकलकर आए नाविकों ने भारतीय तटरक्षक दल की जय जयकार की.
कृष्णपटनम से कोलकाता जा रहे कंटेनर जहाज में 13 जून की रात में आग लग गई थी. विशाल जहाज पर कंटेनर में विस्फोट से लगी आग ने भड़ककर 60 कंटेनरों को अपनी आगोश में ले लिया था. जहाज पर कुल 464 कंटेनर थे.
देर रात सूचना मिलते ही भारतीय कोस्ट गॉर्ड ने डोर्नियर एयरक्राफ्ट और आईसीजीएस राजकिरण को रवाना कर दिया और जहाज में फंसे 22 नाविक दल में से 11 को बचाया. इसके बाद बाकी के 11 को बचा लिया गया.
कंटेनर शिप एमवीएसएसएल कोलाकाता में आग अब भी लगी है और धीरे-धीरे पूरे जहाज में फैल चुकी है. कोस्ट गॉर्ड के चार विशाल जहाज के साथ-आग बुझाने के लिए विशाखापट्टनम से भी विशेष जहाज बुलाकर कोशिश जारी है.
जहाज से तेल रिसने की आशंका को देखते हुए प्रदूषण से निपटने वाले पानी के जहाज भी मौके पर रवाना कर दिए गए हैं.
बांग्लादेश के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा के नजदीक जलते हुए इस जहाज को जाने से रोकने के लिए नौसेना की एक विशेष टीम को रवाना किया गया है. विशाखापट्टनम से जहाज और नौसेना का एक विशेष दल कल सुबह कलईकुंडा हवाई अड्डे से रवाना होगा. एक अधिकारी ने बताया कि जलते हुए जहाज का बांग्लादेश के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा की तरफ बढ़ना चिंता का विषय बना हुआ है.
(इनपुट भाषा से भी)
तटरक्षक दल के सुरक्षित जहाज पर आने के बाद मौत के मुंह से निकलकर आए नाविकों ने भारतीय तटरक्षक दल की जय जयकार की.
कृष्णपटनम से कोलकाता जा रहे कंटेनर जहाज में 13 जून की रात में आग लग गई थी. विशाल जहाज पर कंटेनर में विस्फोट से लगी आग ने भड़ककर 60 कंटेनरों को अपनी आगोश में ले लिया था. जहाज पर कुल 464 कंटेनर थे.
देर रात सूचना मिलते ही भारतीय कोस्ट गॉर्ड ने डोर्नियर एयरक्राफ्ट और आईसीजीएस राजकिरण को रवाना कर दिया और जहाज में फंसे 22 नाविक दल में से 11 को बचाया. इसके बाद बाकी के 11 को बचा लिया गया.
कंटेनर शिप एमवीएसएसएल कोलाकाता में आग अब भी लगी है और धीरे-धीरे पूरे जहाज में फैल चुकी है. कोस्ट गॉर्ड के चार विशाल जहाज के साथ-आग बुझाने के लिए विशाखापट्टनम से भी विशेष जहाज बुलाकर कोशिश जारी है.
जहाज से तेल रिसने की आशंका को देखते हुए प्रदूषण से निपटने वाले पानी के जहाज भी मौके पर रवाना कर दिए गए हैं.
बांग्लादेश के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा के नजदीक जलते हुए इस जहाज को जाने से रोकने के लिए नौसेना की एक विशेष टीम को रवाना किया गया है. विशाखापट्टनम से जहाज और नौसेना का एक विशेष दल कल सुबह कलईकुंडा हवाई अड्डे से रवाना होगा. एक अधिकारी ने बताया कि जलते हुए जहाज का बांग्लादेश के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा की तरफ बढ़ना चिंता का विषय बना हुआ है.
(इनपुट भाषा से भी)
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