बंटेंगे तो कटेंगे... उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ये वो नारा है, जो महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में खूब छाया रहा. क्या विपक्ष और क्या आम जनता, हर किसी की जुबान पर बस इसी नारे की चर्चा थी. महायुति के चुनाव प्रचार अभियान में भी यह नारा जमकर (CM Yogi Bantenge to Kitenge) गूंजा. अब महाराष्ट्र में बीजेपी की शानदार जीत के पीछे भी सीएम योगी के बंटेंगे तो कटेंगे वाले नारे का बड़ा योगदान माना जा रहा है. महाराष्ट्र में बीजेपी अकेले दम पर 132 सीटें लेकर आई है. चुनावी नतीजों के बाद मुंबई के अंधेरी इलाके की सड़कों पर एक बार फिर से सीएम योगी के 'बंटेंगे, तो कटेंगे' वाले पोस्ट देखे जा रहे हैं.
ये भी पढ़ें-महाराष्ट्र में शर्मनाक हार के बाद इस्तीफों का दौर शुरू, नाना पटोले ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ा
मुंबई में फिर बंटेंगे तो कटेंगे वाले पोस्टर
मुंबई के अंधेरी की सड़कों पर लगे पोस्टरों में सीएम योगी की फोटो छपी है. इस पर 'बंटेंगे तो कटेंगे' और 'एक है तो सेफ है' (पीएम मोदी का नारा) लिखा हुआ है. इसके साथ ही होर्डिंग पर ये भी लिखा है कि 4 दिन में 11 जनसभाएं कीं. उन्होंने 18 प्रत्याशियों के लिए प्रचार किया, जिनमें 17 की जीत हुई है. स्ट्राइक रेट 95% है. साथ ही इसमें योगी का संदेश 'एक रहेंगे तो नेक रहेंगे, सुरक्षित रहेंगे' भी लिखा हुआ है.
सीएम योगी का एकजुट वाला नारा काम आया!
महाराष्ट्र के चुनावी रिजल्ट से तो ऐसा ही लग रहा है कि पीएम मोदी की आक्रामक इमेज, धार्मिक एकजुटता और पीएम मोदी और सीएम योगी की लोगों से की गई जातियों में न बंटने की अपील काम आ गई. इसीलिए लोगों ने एकजुट होकर महायुति और बीजेपी को वोट दिया है. माना ये भी जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी से छिटका हुआ दलित और ओबीसी समुदाय भी मोदी-योगी की अपील के सहारे वापस आ गया, यही बीजेपी की जीत की बड़ी वजह बना है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं