नई दिल्ली:
वीवीआईपी हेलीकॉप्टर डील मामले में सीबीआई ने बुधवार को पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी के भाइयों से पूछताछ की है। पूर्व वायुसेना प्रमुख त्यागी से भी पूछताछ की गई।
इटली की कंपनी फिनमेकानिका की ब्रिटिश इकाई ऑगस्टा वेस्टलैन्ड से 12 एडब्ल्यू-101 हेलीकॉप्टरों की खरीद में दलाली दिए जाने के मामले की जांच कर रहे इटली के अभियोजकों ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा था कि भारत के पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी के खिलाफ उनके पास 'ढेरों' सबूत हैं, और त्यागी परिवार के लोगों के अलावा किसी भारतीय का नाम हमारी जांच में सामने नहीं आया है। इन अभियोजकों ने नाम न छापने की शर्त पर यह दावा भी किया कि इस मामले में अब तक किसी भारतीय नेता के शामिल होने का भी कोई सबूत नहीं मिला है।
उल्लेखनीय है कि अपना नाम उछाले जाने के बाद पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी ने दावा किया था कि वह बेगुनाह हैं, और किसी भी जांच के लिए तैयार हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने रिश्ते के भाइयों राजीव, डोस्का और जूली के जरिये एक लाख यूरो (70 लाख रुपये) नकद लिए।
उधर, भारत सरकार ने भी मामला सामने आने, और इटली में फिनमेकानिका के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की गिरफ्तारी के बाद सीबीआई से जांच शुरू करवा दी है। मामला दरअसल वीवीआईपी लोगों की यात्राओं के लिए ऑगस्टा वेस्टलैन्ड के जरिये 12 एडब्ल्यू-101 हेलीकॉप्टरों की खरीद के सौदे का है। इटली में इस मामले में हुई जांच से पता चला है कि इस सौदे को अमेरिकी और रूसी प्रतियोगियों के बजाए फिनमेकानिका के पक्ष में तय करवाने के लिए लगभग 350 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई।
इटली की कंपनी फिनमेकानिका की ब्रिटिश इकाई ऑगस्टा वेस्टलैन्ड से 12 एडब्ल्यू-101 हेलीकॉप्टरों की खरीद में दलाली दिए जाने के मामले की जांच कर रहे इटली के अभियोजकों ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा था कि भारत के पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी के खिलाफ उनके पास 'ढेरों' सबूत हैं, और त्यागी परिवार के लोगों के अलावा किसी भारतीय का नाम हमारी जांच में सामने नहीं आया है। इन अभियोजकों ने नाम न छापने की शर्त पर यह दावा भी किया कि इस मामले में अब तक किसी भारतीय नेता के शामिल होने का भी कोई सबूत नहीं मिला है।
उल्लेखनीय है कि अपना नाम उछाले जाने के बाद पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी ने दावा किया था कि वह बेगुनाह हैं, और किसी भी जांच के लिए तैयार हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने रिश्ते के भाइयों राजीव, डोस्का और जूली के जरिये एक लाख यूरो (70 लाख रुपये) नकद लिए।
उधर, भारत सरकार ने भी मामला सामने आने, और इटली में फिनमेकानिका के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की गिरफ्तारी के बाद सीबीआई से जांच शुरू करवा दी है। मामला दरअसल वीवीआईपी लोगों की यात्राओं के लिए ऑगस्टा वेस्टलैन्ड के जरिये 12 एडब्ल्यू-101 हेलीकॉप्टरों की खरीद के सौदे का है। इटली में इस मामले में हुई जांच से पता चला है कि इस सौदे को अमेरिकी और रूसी प्रतियोगियों के बजाए फिनमेकानिका के पक्ष में तय करवाने के लिए लगभग 350 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई।
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