बीजिंग:
चीन ने आज जापान को चेतावनी दी कि पूर्वी चीन सागर में विवादास्पद द्वीप खरीदने के उसके फैसले से दोनों देशों के द्विपक्षीय व्यापार को नुकसान पहुंचेगा।
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि जापान का इन द्वीपों के खरीद का फैसला दोनों देशों के आर्थिक और व्यापार संबंधों के विकास को निश्चित तौर पर प्रभावित करेगा और नुकसान पहुंचाएगा। इन द्वीपों को चीन में दिओयू द्वीप जबकि जापान में सेनकाकू के नाम से जाना जाता है।
मंत्रालय के प्रवक्ता शेन दानयांग ने कहा, हम ऐसी स्थिति नहीं चाहते। इसके लिए जापान को पूरी जिम्मदारी लेनी चाहिए। यूरोपीय संघ और अमेरिका के बाद जापान, चीन का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक सहयोगी है। दोनों देशों के बीच व्यापार इस समय 340 अरब अमेरिकी डॉलर से ज्यादा का है।
प्रवक्ता ने कहा, जापान के दिओयू द्वीपों को खरीदने के फैसले से चीन की क्षेत्रीय संप्रभुता का गंभीर उल्लघंन हुआ है और चीनी जनता की भावनाओं को गहरी चोट पहुंची है। लोगों ने देशभर में कड़ा विरोध किया और नाराजगी जाहिर की है। पिछले कुछ दिनों में चीन में जापान के खिलाफ कड़े विरोध प्रदर्शन हुए हैं। छिटपुट हमलों के बाद कई जापानी व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद कर दिया गया है।
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि जापान का इन द्वीपों के खरीद का फैसला दोनों देशों के आर्थिक और व्यापार संबंधों के विकास को निश्चित तौर पर प्रभावित करेगा और नुकसान पहुंचाएगा। इन द्वीपों को चीन में दिओयू द्वीप जबकि जापान में सेनकाकू के नाम से जाना जाता है।
मंत्रालय के प्रवक्ता शेन दानयांग ने कहा, हम ऐसी स्थिति नहीं चाहते। इसके लिए जापान को पूरी जिम्मदारी लेनी चाहिए। यूरोपीय संघ और अमेरिका के बाद जापान, चीन का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक सहयोगी है। दोनों देशों के बीच व्यापार इस समय 340 अरब अमेरिकी डॉलर से ज्यादा का है।
प्रवक्ता ने कहा, जापान के दिओयू द्वीपों को खरीदने के फैसले से चीन की क्षेत्रीय संप्रभुता का गंभीर उल्लघंन हुआ है और चीनी जनता की भावनाओं को गहरी चोट पहुंची है। लोगों ने देशभर में कड़ा विरोध किया और नाराजगी जाहिर की है। पिछले कुछ दिनों में चीन में जापान के खिलाफ कड़े विरोध प्रदर्शन हुए हैं। छिटपुट हमलों के बाद कई जापानी व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद कर दिया गया है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं