सीबीआई ने कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के मंजीत सिंह और पुनीत दुग्गल सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दिल्ली, मुंबई और चेन्नई में आरोपियों के परिसरों पर तलाशी के दौरान लगभग 60 लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं. केंद्रीय जांच ब्यूरो ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है.
कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के संयुक्त निदेशक मंजीत सिंह, मंत्रालय के संयुक्त निदेशक पुनीत दुग्गल, मंत्रालय की वरिष्ठ तकनीकी सहायक रूही अरोड़ा और एक निजी संस्था (आलोक इंडस्ट्री) की एसोसिएट रेशमा रायजादा भ्रष्टाचार के मामले में आरोपी हैं.
सीबीआई ने अपनी एफआईआर में कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के इन नामित अधिकारियों और निजी व्यक्तियों पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने और "कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय द्वारा जांच किए जा रहे मामलों में पक्षपात" करने के लिए निजी व्यक्तियों से रिश्वत लेने का आरोप लगाया है.
सीबीआई की एफआईआर में कहा गया है कि ऋषभ रायजादा आधिकारिक परिसमापक (MOAC) पुनीत दुग्गल के संपर्क में थे. रेशम रायजादा ने अहमदाबाद में दुग्गल को "रिश्वत की रकम" पहुंचाई थी. रूही अरोड़ा ने कथित तौर पर मंजीत सिंह को इस मामले में रेशम रायजादा की मदद करने के लिए राजी किया था.
पुनीत दुग्गल ने 27 जुलाई को रूही अरोड़ा को फोन किया था कि मंजीत सिंह को दी जाने वाली चार लाख की रिश्वत का पैसा उनके (दुग्गल) आवास पर पहुंचा दिया गया है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं