नागरिकता संशोधन बिल को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा गुरुवार की देर रात मंजूरी मिल गई है. इस बिल से उपजे तनाव को लेकर पूर्वोत्तर में इस बिल के ख़िलाफ़ प्रदर्शन चल रहा है. खासकर असम में विरोध की आग सबसे ज़्यादा दहक रही है. ताज़ा हालत के मद्देनज़र पत्रकारों की आवाजाही पर भी कई तरह की पाबंदी लग गई है. रातभर गुवाहाटी में कोई हिंसक वारदात नहीं हुई. शुक्रवार की सुबह भी सड़कें खाली हैं. बुधवार को हुए हिसंक प्रदर्शन के बाद गुवाहाटी में लोगों ने कर्फ़्यू का उल्लंघन किया. गुवाहाटी में दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई है. यातायात सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हैं. ट्रेनों के साथ-साथ गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ जाने वाली कई उड़ानें भी रद्द हुई हैं. साथ ही असम के चार इलाकों में सेना को तैनात किया गया है.
अब तक की 10 बड़ी बातें:
- गुवाहाटी ही नहीं असम के दूसरे इलाकों में भी विरोध प्रदर्शन तेज हो गये हैं. गुवाहाटी में फ़्लैग मार्च के बाद भी प्रदर्शनकारी सड़कों पर निकले. धारा 144 और पुलिस की फ़ायरिंग का उनको कोई डर नहीं दिखा. सोशल मीडिया पर पाबंदी के लिये मोबाइल इंटरनेट बंद चल रहा है.
- गुवाहाटी में 2 प्रदर्शनकारियों की फ़ायरिंग में मौत हो गई है. पत्थरबाज़ी के बाद पुलिस ने गोली चलाई जिसके बाद मौतें हुईं. गुवाहाटी में 14 प्रदर्शनकारी घायल हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
- गुवाहाटी-डिब्रूगढ़ में अनिश्चितकालीन कर्फ़्यू है. जोरहाट में भी कर्फ़्यू लगाया गया है. असम में सेना की 5 टुकड़ियां तैनात की गई हैं.
- गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ में आर्मी ने फ़्लैग मार्च किया. कई शहरों में बीजेपी दफ़्तरों को निशाना बनाया गया. एयरपोर्ट चालू हैं पर ज़्यादातर घरेलू उड़ानें रद्द हो गईं. पूर्वी और दक्षिण असम जाने वाली ट्रेनें भी रद्द हुई हैं. त्रिपुरा को जाने वाली ट्रेनें भी रद्द हैं.
- 22 दिसंबर तक शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे. 14 दिसंबर तक मोबाइल डाटा, मैसेज पर रोक है. मुख्यमंत्री सोनोवाल ने शांति की अपील की.
- बता दें, नागरिकता संशोधन कानून के तहत गैर मुस्लिम प्रवासी असम के नागरिक बन जाएंगे. हाल में NRC के ज़रिए इस तरह के प्रवासियों को बाहर करने की मुहिम चली थी. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उनके पास पहले से ही ना नौकरियां हैं, ना घर.
- गुवाहाटी में कर्फ्यू बढ़ा दिया गया है. जिन लोगों ने अस्सी के दशक के चात्र आंदोलन को देखा है उनका कहना है कि ये आंदोलन भी और बढ़ेगा.
- वहीं मेघालय में भी विरोध जारी है, जबकि शिलॉन्ग को छोड़कर राज्य का बाकी हिस्सा नागरिकता बिल के दायरे में नहीं आने वाला है. शिलॉन्ग में विरोध प्रदर्शन हुए हैं.
- शिलॉन्ग में ही दो गाड़ियां आग के हवाले कर दिया गया. मुख्यमंत्री और मंत्री दिल्ली के लिए फ़्लाइट नहीं ले पाए. गृहमंत्री शाह से मुख्यमंत्री और राज्य के मंत्री मिलना चाहते हैं.
- शिलॉन्ग में अनिश्चितकालीन कर्फ़्यू लगा दिया गया है. 48 घंटे के लिए इंटरनेट, एसएमएस सेवा पर रोक है. वहीं, त्रिपुरा में फिलहाल स्थिति काबू में है शांति बनी हुई है.