नई दिल्ली : राहुल गांधी आज संसद के बजट सत्र में पहुंचे और जमकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला. राहुल गांधी ने लोकसभा में अपने संबोधन में बोले कि आप भी राजनेता हो, मैं भी राजनेता हूं. सामान्य रूप से आज की राजनीति में हम अपनी पुरानी परंपरा को भूल गए हैं. पहले हम पैदल ज्यादा चलते थे, अब गाड़ियों में घूमते हैं. जब पैदल चलते है, तो जनता से बात करने का मौका मिलता. लोकसभा में राहुल गांधी ने अग्निवीर योजना को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा.
राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हमें कई युवा मिला, जिन्होंने कहा कि वे अग्निवीर योजना आने के बाद खुश नहीं हैं. युवाओं ने कहा कि पहले 15 साल नौकरी के साथ पेंशन मिलती थी, लेकिन अब चार साल के बाद निकाल दिया जाएगा. राहुल ने कहा कि कुछ सेना के वरिष्ठ अधिकारी मिले, जिन्होंने कहा कि यह अग्निवीर योजना आर्मी की तरफ ने नहीं आई है. यह उनपर थोपी गई है.
संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही आज चलने की उम्मीद जताई जा रही थी, लेकिन ऐसा देखने को नहीं मिल रहा. विपक्ष के हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थसगित की गई. इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. हालांकि, ज्यादातर विपक्षी दलों ने फैसला किया था कि वे संसद की कार्यवाही में आज भाग लेंगे. इस दौरान कई मुद्दों पर अपना विरोध प्रकट करते रहेंगे. इधर, बीजेपी संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले कि ये अमृतकाल का बजट है. यह बजट सबके लिए है. इस बजट को जन-जन तक ले जाया जाए. बता दें कि पिछले कई दिनों से लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ता आ रहा है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी इस बीच संसद भवन पहुंच गए हैं.
संसद में विपक्ष द्वारा कई मुद्दों पर जारी गतिरोध सोमवार को भी कायम रहा और दोनों सदनों की बैठक को एक बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया. पिछले सप्ताह बृहस्पतिवार और शुक्रवार को भी इसी मुद्दे को लेकर दोनों सदनों में गतिरोध बना रहा था. हालांकि, आज विपक्षी दलों ने संसद की कार्यवाही में भाग लेने को लेकर सकारात्मक संदेश दिए हैं. आम आदमी पार्टी को छोड़कर ज्यादातर विपक्षी दल आज संसद की कार्यवाही में शामिल होंगे.
भाजपा संसदीय दल की बैठक
इधर, बीजेपी संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले कि ये अमृतकाल का बजट है. यह बजट सबके लिए है. इस बजट को जन-जन तक ले जाया जाए. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि प्रधानमंत्री ने बहुत विषय की तरफ ध्यान दिलाया है. उन्होंने कहा कि पूरा बजट और अंतरिम बजट मिला कर 25 बजट का अनुभव मिला है. इसे चुनावी बजट कहने का साहस नहीं हुआ है. गरीबों को ध्यान रख कर बजट बनाया गया. सभी ग़रीबों और मध्यम वर्ग को कुछ न कुछ मिला है. उन्होंने सभी सांसदों को कहा है कि वे अपने क्षेत्र में जा कर ग़रीबों और मध्यम वर्ग से संवाद करें कि उन्हें क्या मिला है. इस बार सभी ने बजट का स्वागत किया है. जी20 की अब तक 20 बैठक हो चुकी है. मेहमानों ने भारत का परफॉर्मेंस देख कर हर्ष व्यक्त किया है. सांसद खेल कूद स्पर्धा को और आगे बढ़ाने और बड़े शहरों के सांसदों को भी इसमें जोड़ने का आह्वान किया है. हमारी सबसे व्यक्तिगत तौर पर बात की है. सभी ने आश्वासन दिया है कि वे आज संसद चलाएंगे. हम हर मुद्दे पर चर्चा को तैयार हैं, लेकिन पहले राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पहले चर्चा होती है. आप उसमें मुद्दे उठाइये, अपनी बात रखिए.
बता दें कि संसद का बजट सत्र गत मंगलवार, 31 जनवरी को शुरू हुआ था और उस रोज दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिभाषण हुआ था. एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में 2023-24 का आम बजट पेश किया था.
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