मोदी सरकार 3.0 के पहले आम बजट को लेकर उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर के 20 हजार से ज्यादा एमएसएमई के उद्यमी काफी ज्यादा उत्साहित हैं. उनका मानना है कि इस बार का यह बजट आर्थिक विकास को और ज्यादा बढ़ावा देने के लिए होगा. इससे एमएसएमई को काफी फायदा मिलने की उम्मीद है. किसी भी देश के विकास को अगर बढ़ाना है तो एमएसएमई सेक्टर पर सरकार को ज्यादा ध्यान देना होगा. यही देश की रीढ़ होती है.
गौतमबुद्ध नगर जिले में सिर्फ नोएडा में ही 13 से 14 हजार एमएसएमई इंडस्ट्रीज काम कर रही हैं, जिनमें कई हजारों लोगों का परिवार पलता है. इसके अलावा अगर ग्रेटर नोएडा को भी मिला लिया जाए तो जिले भर में 20 हजार से ज्यादा एमएसएमई इंडस्ट्री चल रही है.
इसके साथ ही नोएडा, उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में ओडीओपी प्रोडक्ट में अपैरल पार्क के नाम से मशहूर है. यहां पर कपड़ा उद्योग से जुड़ी कई फैक्ट्रियां हैं और देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी यहां से सप्लाई होती है.
एमएसएमई उद्योग से जुड़े उद्योगपतियों को सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना बैंक के ब्याज दरों से करना पड़ता है. नोएडा में एमएसएमई इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह नाहटा का कहना है कि एमएसएमई सेक्टर को सबसे ज्यादा दिक्कत बैंकों से होती है और वित्त मंत्रालय को इन बैंकों पर लगाम लगानी चाहिए. इसके इंटरेस्ट रेट को रेगुलराइज करना चाहिए.
सुरेंद्र नाहटा के मुताबिक, बड़े उद्योगपतियों को तो बैंक से सात से आठ परसेंट पर ही आसानी से ब्याज मिल जाता है, लेकिन छोटे उद्योगपतियों को 13, 14 और 15 प्रतिशत पर बैंक ब्याज देते हैं. उन्हें उम्मीद है कि इस बार एमएसएमई सेक्टर को कई सौगात मिलने वाली है. जिसमें बढ़े हुए इंटरेस्ट पर भी लगाम लगने की उम्मीद है.
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